नयी दिल्लीः पूजा के बाद ही बिहार में विधानसभा चुनाव होंगे। उससे पहले 4 और 5 अक्टूबर को चुनाव आयोग का पूर्ण बेंच बिहार जाएगा। सूत्रों के अनुसार, मतदान कार्यक्रम की घोषणा से पहले राज्य की समग्र स्थिति की जांच करेगा आयोग। बिहार के चुनाव के लिए प्रारंभिक रूप से 618 कंपनियां अर्धसैनिक बल तैनात किया जाएगा। मतदान कार्यक्रम की घोषणा के बाद बिहार में और अधिक बल भेजा जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह साधु और विवेक जोशी 4 और 5 अक्टूबर को बिहार जाएंगे। प्रशासनिक, सुरक्षा और मतदान तैयारियों से संबंधित मामलों की जांच करेंगे।
नियम है कि पांच साल में एक बार चुनाव आता है। लेकिन इस बार स्पेशल इंवेस्टिगेशन रिव्यू (SIR) अर्थात विशेष गहन समीक्षा ने चुनाव का माहौल ही बदल दिया है। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग की कड़ी आलोचना की है। आरजेडी, कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने बिहार में एक विशाल 'मतदाता अधिकार रैली' की। जहां तेजस्वी यादव, राहुल गांधी जैसे शीर्ष नेताओं ने आयोग के खिलाफ वोट चोरी का आरोप लगाते हुए आवाज उठाई थी। दूसरी ओर, सत्तारूढ़ सरकार ने एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के लिए विपक्षी दलों को निशाना बनाया।
इस माहौल में चुनाव आयोग आगामी 30 सितंबर को SIR के बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करने जा रहा है। उसके तुरंत बाद ही चुनाव आयोग का पूर्ण बेंच बिहार जा रहा है।