गांधीनगरःगुजरात की एंटी टेररिज़्म स्क्वॉड (एटीएस)ने हाल ही में तीन लोगों को भयानक ज़हरीले पदार्थ बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया। जांचकर्ताओं के अनुसार सभी गिरफ्तार व्यक्ति संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादी हैं। इन गिरफ्तारियों में एक व्यक्ति चिकित्सक है। सोमवार को गुजरात एटीएस ने बताया कि अभियुक्त राइसिन नामक घातक ज़हर बनाने की योजना पर काम कर रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने देश के तीन शहरों के व्यस्त बाजारों में सर्वे भी किया था।
अभियुक्त कौन कौन?: गुजरात एटीएस के अनुसार, गिरफ्तार चिकित्सक का नाम अहमद महियुद्दिन सईद है। 35 वर्षीय यह युवक मूल रूप से हैदराबाद का निवासी है। वह राइसिन नामक घातक ज़हर बनाने में लगा था। अहमद को 7 नवंबर को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया। पिछले छह महीनों में उसने दिल्ली के आज़ादपुर मंडी, अहमदाबाद के नारोदा फल बाजार और लखनऊ के आरएसएस कार्यालय क्षेत्र में सर्वे किया था। बाकी दो गिरफ्तार उत्तर प्रदेश के निवासी हैं।
राइसिन जहर के बारे में जानें ?:यह ज़हर कैस्टर ऑयल के बीज से तैयार होता है। राइसिन एक जाना-माना ज़हर है। प्राचीन सभ्यताओं में भी इस तरह के ज़हर के उपयोग के प्रमाण मिले हैं। यह ज़हर कैस्टर ऑयल के बीज से बनता है। जांचकर्ताओं के अनुसार, गिरफ्तार चिकित्सक-आतंकवादी यह जानने की कोशिश कर रहा था कि इस ज़हर का इस्तेमाल हथियार के रूप में कैसे किया जा सकता है। इसके लिए अभियुक्त सभी प्रकार की रिसर्च, उपकरण और कच्चा माल जुटा रहे थे। कुछ काम भी शुरू हो चुका था।
किस बात की हो रही है जांच?: पूरा मामला एटीएस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों की निगरानी में है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कच्चा माल कहाँ से प्राप्त किया गया। जांचकर्ताओं को संदेह है कि आईएसआईएस नेटवर्क के कई स्लीपर सेल विभिन्न राज्यों में सक्रिय हैं और यह उसी नेटवर्क का हिस्सा है।
गिरफ्तार लोगों के पास से क्या मिला?:जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनसे पास से कई हथियार भी बरामद किए गए। बरामद वस्तुओं में 2 ग्लॉक पिस्टल पिस्टल, 1 बेरेटा पिस्टल , 30 गोलियां और 4 लीटर कैस्टर ऑयल शामिल हैं। गिरफ्तार अहमद महियुद्दिन सईद ने चीन से मेडिकल डिग्री प्राप्त की है। उसका संपर्क आईएसआईएस खोराबसान आतंकवादी संगठन के सदस्य अबू ख़दीम से था।