तमिलनाडु की तमिलगा विटोरी कझगम (TVK) पार्टी के संस्थापक 'थलपति' विजय की करूर में एक सभा में भगदड़ मच गई। इस हादसे में 39 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हुए। शनिवार को हुए हादसे के बाद रविवार को खबर आई कि विजय के चेन्नई के नीलांकराई स्थित आवास पर बम की धमकी मिली है। समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के अनुसार धमकी मिलने के बाद बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों को उनके घर लाया गया और तलाशी ली गई। हालांकि शुरुआती जांच में अभी तक कुछ नहीं मिला है।
सूत्रों के अनुसार, भगदड़ की घटना के बाद विजय के आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नीलंकराई पुलिस स्टेशन के कम से कम 15 पुलिसकर्मियों को विजय के घर के बाहर तैनात किया गया है। तमिलनाडु सरकार ने भगदड़ की घटना की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया है।
न्यायमूर्ति जगदीशन आयोग करूर पहुंच गयी हैं और जाँच शुरू कर दी है। टीवीके के वकील अरिवझगन ने मीडिया को बताया कि तमिलनाडु की घटना की विशेष जांच दल या सीबीआई जांच के गठन के लिए मद्रास उच्च न्यायालय में एक आवेदन दायर किया गया है।
अभिनेता-राजनेता विजय शनिवार को तमिलनाडु के करूर में आयोजित रैली में लगभग छह घंटे देरी से पहुंचे। उस समय वहां भारी भीड़ जमा थी। सूत्रों के अनुसार दस हज़ार लोगों के जमावड़े की अपील के बावजूद वहां लगभग एक लाख लोग जमा हो गए।
उस दिन विजय उस सभा में एक बस की छत पर भाषण दे रहे थे। कुछ लोगों के बेहोश होने की खबर सुनकर विजय ने वहीं से उन पर पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं। बताया जाता है कि बोतलें लेने के लिए होड़ मच गई थी। इसी दौरान भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, उस दिन वहां भारी भीड़ थी। इसलिए पुलिस भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाई।