नयी दिल्लीः भारत और चीन के बीच साढ़े पांच साल से अधिक समय के बाद फिर से सीधी विमान सेवा शुरू होने जा रही है। भारत के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि चालू महीने से ही दोनों देशों के निर्धारित शहरों के बीच सीधी उड़ानें शुरू होंगी। 2020 के बाद भारत और चीन के बीच कोई सीधी उड़ान नहीं थी।
इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारियों ने बताया कि आगामी 26 अक्टूबर से कोलकाता और चीन के ग्वांगझोउ रूट पर रोजाना नॉन-स्टॉप फ्लाइट शुरू होगी। दिल्ली और चीन के बीच एक और नए फ्लाइट रूट को शुरू करने पर विचार चल रहा है।
इस फैसले को भारत और चीन के कूटनीतिक संबंधों के क्षेत्र में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। पिछले महीने लगभग सात साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन की यात्रा पर गए थे। उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में भाग लिया था। वहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक में मोदी ने कहा कि भारत और चीन प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि विकास के साझेदार हैं।
नई विमान सेवा का शुरू होना न केवल संपर्क व्यवस्था में सुधार है, बल्कि दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली की दिशा में भी एक बड़ा कदम माना जा रहा है। एक समय था जब भारत और चीन के बीच सीधी विमान सेवा थी। लेकिन कोविड के कारण यह बंद हो गई थी। इसी बीच लद्दाख सीमा पर संघर्ष के कारण भारत-चीन के द्विपक्षीय संबंध बिलकुल निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
भारत और चीन के बीच सीधी विमान सेवा शुरू करने का मुद्दा 2024 के अक्टूबर से कई बैठकों में उठा था। 2024 के अक्टूबर में रूस के काज़ान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई थी। भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि दिल्ली और बीजिंग के बीच द्विपक्षीय संबंधों को चरणबद्ध तरीके से सामान्य करने की दिशा में सीधी विमान सेवा को फिर से शुरू करना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।