उद्योगपति अनिल अंबानी के करीबी सहयोगी अशोक कुमार पाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप में शुक्रवार रात गिरफ्तार किया। अशोक रिलायंस पावर के कार्यकारी निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी हैं। ईडी सूत्रों ने बताया कि उन्हें प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
देश के कई बैंकों ने अनिल धीरूभाई अंबानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है। इसके बाद सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की। उसके बाद ईडी ने वित्तीय हेराफेरी के मामले की जांच शुरू की। उस जांच के दौरान ईडी ने अनिल अंबानी से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी के अधिकारियों ने रिलायंस पावर के दफ्तर पर भी छापा मारा। अनिल अंबानी को कई बार ईडी की पूछताछ का सामना भी करना पड़ा है। इस बार अनिल के करीबी सहयोगी कहे जाने वाले अशोक कुमार पाल को उस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
ईडी ने अनिल अंबानी के रिलायंस समूह पर 17,000 करोड़ रुपये की ऋण धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। यस बैंक से लिए गए ऋणों को अन्य क्षेत्रों में डायवर्ट करने के भी आरोप हैं। पिछले कुछ महीनों में ईडी ने इस घटना की जांच के लिए मुंबई में 35 ठिकानों पर छापे मारे हैं। जांच एजेंसी ने समूह की कई कंपनियों के कार्यालयों पर भी छापा मारा है। इस घटना की जांच के सिलसिले में रिलायंस पावर के कार्यकारी अधिकारी को हाल ही में पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था। अशोक को ईडी कार्यालय में पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले इस मामले में विस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पार्थ सारथी विस्वाल को रिलायंस पावर से ऋण के लिए कथित तौर पर फर्जी गारंटी जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।