पूजा के दौरान खाना पीना तो चलता ही है। मौज मस्ती में कोई नहीं आनी चाहिए। हालांकि पूजा के दौरान अगर आप काज्यादा शराब पीने का प्लान है तो त्योहार का मजा खराब हो सकता है। पूजा की छुट्टियों में शराब पीने वालों की तादाद थोड़ी बढ़ जाती है। कई लोग ऐसे होते हैं जो छुट्टियों में अलग-अलग तरह के शराब पीने का प्लान करते हैं। कुछ लोग पूजा के सभी दिन शराब पी कर मौज करते हैं। हालांकिपूजा के चार-पांच दिनों की छुट्टी में मनमर्जी का खान-पान करने से स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ता है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुसार, एक वयस्क पुरुष प्रतिदिन 2 औंस तक और एक महिला 1 औंस तक शराब पी सकती है। 1 औंस का मतलब 30 मिली या 1 यूनिट होता है। इसके अलावा एक वयस्क प्रति सप्ताह 14 यूनिट तक शराब पी सकता है। लेकिन ज़्यादातर लोग पूजा के दौरान इस हिसाब किताब के चक्कर में नहीं पड़ते हैं।
ऐसे में पूजा के दौरान या बाद में किसी भी शारीरिक समस्या से बचने के लिए इन सुझावों का पालन ज़रूर करना चाहिए।
1) शराब पीने से लिवर खराब हो जाता है। इसलिए आप जो भी शराब पी रहे हैं उसमें अल्कोहल की मात्रा की जांच ज़रूर करें। मौज-मस्ती करते हुए बीमार होना ठीक नहीं है।
2) खाली पेट शराब पीना बहुत नुकसानदेहहोता है। ऐसे मेंशराब तेजी से खून में मिल जाता है और जल्दी नशा होता है। इस गलती से लिवर को बहुत ज़्यादा नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा उल्टी, दस्त, चक्कर आने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
3) शराब पीने से पहले पेट भरा होना चाहिए। इसके अलावा शराब पीते समय तले हुए खाने से बचना चाहिए। अगर आप वसायुक्त खाना खाते हैं तो अपच का ख़तरा बढ़ जाता है। अगर आप शराब के साथ ज़्यादा कैलोरी वाला खाना खाते हैं तो लिवर को नुकसान पहुंचने की आशंका होती है।
4) शराब पीते समय आप अपनी सेहत के अनुसार फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खा सकते हैं। इसके अलावा पेट भरने के लिए आप प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ भी खा सकते हैं। ऐसा कुछ बिल्कुल न खाएं जिससे फूड पॉइज़निंग हो सकती है। अगर आप पूजा के दौरान बीमार पड़ गए तो त्योहार का आनंद किरकिरा हो सकता है।
5) शराब पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसके अलावा आज कल हवा में नमी बहुत ज़्यादा है। चारों ओर गर्मी भी है। ऐसे में ज़्यादा शराब पीने से शरीर में पानी की कमी महसूस हो सकती है। इसलिए ज़्यादा से ज्यादा पानी पिया करें।एक गिलास पानी के साथ एक औंस शराब पिएं। त्योहारों के मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखें।