घर में बनाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय डिटॉक्स ड्रिंक्स में सबसे ऊपर है, गुनगुना पानी और नींबू का रस। बहुत से लोग सुबह खाली पेट यह पेय पीते हैं। आम धारणा है कि इससे वजन कम होता है, पाचन बेहतर रहता है और शरीर हाइड्रेटेड रहता है लेकिन सवाल यह है कि क्या यह पेय वास्तव में शरीर को डिटॉक्स करता है?
मानव शरीर में किडनी, लिवर, फेफड़े और आंतें लगातार शरीर से टॉक्सिन निकालने का काम करती रहती हैं। ऐसे में अलग से डिटॉक्स ड्रिंक की जरूरत क्यों पड़े?
पोषण विशेषज्ञ आरती उल्लाल कहती हैं कि शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पीया जा सकता है लेकिन टॉक्सिन निकालने के लिए हमारे पास पहले से ही लिवर और किडनी मौजूद हैं इसलिए अलग से डिटॉक्स वॉटर पीना जरूरी नहीं है। हालांकि गुनगुने पानी में नींबू का रस सीधे तौर पर डिटॉक्स नहीं करता लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से यह प्रक्रिया को आसान बनाता है। जब शरीर ठीक से हाइड्रेटेड रहता है तो सभी अंग बेहतर ढंग से काम करते हैं। पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ मिलने से शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना आसान हो जाता है।
शरीर को हाइड्रेट रखने के अलावा यह पेय और क्या-क्या फायदे देता है?
दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करने पर पाचन तंत्र सक्रिय होता है इसलिए यह पेय डिटॉक्स से ज्यादा हाइड्रेशन के लिए उपयोगी माना जाता है। नींबू के रस में भरपूर मात्रा में विटामिन C होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को नियंत्रित करने और कोलेजन के निर्माण में मदद करता है।