एई समय : रात भर हुई भारी बारिश के बाद महानगर कोलकाता में बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी है। सोमवार की रात से लगातार हो रही बारिश के कारण महानगर के कई इलाकों में सड़कें पानी में डूब गयी हैं। रेलवे लाइन पर पानी भर जाने की वजह से जहां ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं, वहीं मेट्रो सेवाएं भी बाधित हुई हैं।
इस बीच, मंगलवार सुबह कोलकाता के अलग-अलग इलाकों में करंट लगने से 5 लोगों की मौत हो गयी है। मिली जानकारी के अनुसार विद्युत स्पर्शाघात से जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनमें बेनियापुकुर, गड़ियाहाट, नेताजीनगर, कालिकापुर और इकबालपुर थाना क्षेत्र से लोग शामिल हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नेताजीनगर में एक साइकिल सवार अधेड़ व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई। बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति एक फल विक्रेता था। मंगलवार की सुबह जल जमाव में वह अपनी साइकिल से नियंत्रण खो बैठा और सड़क किनारे लगे बिजली के खंभे के पास चला गया। बिजली के खंभे को छूते ही उसकी साइकिल करंट की चपेट में आ गई।
बताया जाता है उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फल विक्रेता का शव काफी देर तक सड़क पर जमा पानी में पड़ा रहा। आसपास के पानी में फैली बिजली और शॉर्ट सर्किट के कारण दमकल की गाड़ी भी मौके पर नहीं पहुंच पा रही थी। CESE को तुरंत इलाके की बिजली आपूर्ति बंद करने की सूचना दी गयी है।
दूसरी ओर, गड़ियाहाट के कालिकापुर, बालीगंज प्लेस और बेनियापुकुर के कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास करंट लगने से 3 लोगों की मौत की खबर है।
इकबालपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे जितेंद्र सिंह (60 वर्षीय) नामक एक व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई। हालांकि उन्हें तुरंत बिजली की चपेट से बचा कर एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
भाजपा सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने मंगलवार को महानगर में विद्युत स्पर्शाघात से हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने अपने एक्स (X) हैंडल पर एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा, "कोलकाता और आसपास के इलाकों में बिजली के करंट से हुई कई लोगों की दुखद मौत का मुझे गहरा दुख है।
इस शोक की घड़ी में मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं राज्य सरकार से प्रभावित परिवारों को तत्काल सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने की अपील करता हूं।" साथ ही उन्होंने कोलकाता नगर निगम से अनुरोध किया है कि जलमग्न इलाकों से जल्द से जल्द जल निकासी की व्यवस्था करने के लिए आवश्यक कदम उठाया जाए।