पूजा से पहले स्कूल में बच्चों ने चखा हिल्सा-चिकन का स्वाद

By रिनिका राय चौधुरी, Posted by : श्वेता सिंह

Sep 22, 2025 14:13 IST

प्राथमिक विद्यालय में नन्हें मुन्नों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए भव्य भोज का आयोजन किया गया। अनिमेष डे के साथ-साथ अभिभावक भी स्कूल के शिक्षकों की इस पहल से खुश हैं।

पश्चिम मेदिनीपुर के एक स्कूल ने पूजा से पहले छात्रों के लिए भोज का आयोजन किया। शुक्रवार को छात्रों ने स्कूल में बैठकर हिल्सा से लेकर चिली चिकन तक सब कुछ खाया। दुर्गा पूजा बस आने ही वाली है और कुछ ही दिनों में स्कूल बंद हो जाएगा। इसलिए उससे पहले पश्चिम मेदिनीपुर के बंसीचक प्राइमरी स्कूल के छात्रों को मिड-डे मील में ढेर सारी चीजें खिलाई गईं। स्कूल के शिक्षकों ने शुक्रवार को यह पूरा आयोजन किया। जब स्कूल में मिड-डे मील खाया जा रहा था, तभी पश्चिम मेदिनीपुर के डीपीएससी के अध्यक्ष अनिमेष डे वहां पहुंचे। स्कूल के शिक्षकों की इस पहल से अनिमेष और अभिभावक काफी खुश हैं। इस आयोजन से छात्रों के चेहरों पर भी मुस्कान आ गई है।

अगले हफ़्ते राज्य के सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। इसलिए, उससे पहले इस प्राथमिक विद्यालय ने नन्हे-मुन्नों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए एक भव्य भोज का आयोजन किया। हिलसा के इस मौसम में, शिक्षकों ने मध्याह्न भोजन के दौरान दूरदराज के इलाकों के छात्रों को रूपोली अनाज बाँटने की पहल की।

उस दिन मिड-डे मील के मेन्यू में क्या-क्या था? स्कूल के प्रभारी शिक्षक कल्लोल दास ने बताया कि उस दिन मेन्यू में सरसों हिल्सा के अलावा सलाद, फ्राइड राइस, चिली चिकन, चावल, दाल, झींगा-कच्चा करी, पॉम्फ्रेट, दही, मिठाई, चटनी और पापड़ शामिल थे। स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल ने बताया कि तीन सहकर्मियों के अलावा एक अभिभावक ने भी इस काम में मदद की।

स्कूल के सहायक शिक्षक पिंटू शीट ने कहा कि हमारे एक शिक्षक के दादा का ट्रॉलर का व्यवसाय है। पिछले कुछ सालों से वे हिल्सा और पॉम्फ्रेट मछली बेचकर हमारी मदद कर रहे हैं। उनके बच्चे भी हमारे स्कूल में पढ़ते हैं। बेशक, बाकी सब चीज़ें हम चारों मिलकर आयोजित करते हैं। हम हर साल पूजा से पहले इसका आयोजन करते हैं। छात्र भी इससे खुश हैं। हमें भी ऐसा करके बहुत खुशी होती है।

उस दिन ज़िला प्राथमिक विद्यालय संसद के अध्यक्ष अनिमेष डे उस क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण करने निकले थे। विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण करने के बाद, वे अचानक बंसीचक विद्यालय पहुँच गए। विद्यालय पहुँचते ही उन्होंने देखा कि बच्चे मध्याह्न भोजन खाने के लिए बैठे थे। चारों ओर हिल्सा की खुशबू फैली हुई थी।

पूरा मामला जानने के बाद अनिमेष डे ने शिक्षकों की तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में लगभग 115 छात्र हैं और 4 शिक्षक हैं। शिक्षक बहुत ध्यान से पढ़ाते हैं। छात्रों के साथ उनके संबंध भी बहुत अच्छे हैं। अभिभावक भी शिक्षकों का सहयोग करते हैं। इस तरह की पहल से छात्रों की स्कूल में रुचि बढ़ेगी और आपसी संबंध भी बेहतर होंगे। हमारे ज़िले के हर स्कूल के शिक्षक छात्रों से प्यार करते हैं। मुख्यमंत्री भी बंगाल के हर स्कूल पर नज़र रखती हैं।

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