बिड़ला स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की नई पहल: एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स प्रोग्राम की शुरुआत

इंडस्ट्री-ड्रिवन करिकुलम: कार्यक्रम को केपीएमजी की विशेषज्ञ टीम और बिड़ला स्कूल के फैकल्टी द्वारा संयुक्त रूप से डिजाइन किया गया है।

By जय साहा, Posted by: श्वेता सिंह

Oct 31, 2025 23:53 IST

कोलकाता। तेजी से बदलती वैश्विक अर्थव्यवस्था और डेटा-आधारित निर्णय प्रक्रिया के दौर में बिजनेस एनालिटिक्स आज मैनेजमेंट एजुकेशन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। इसी मांग को ध्यान में रखते हुए बिड़ला स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने विश्वप्रसिद्ध प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म केपीएमजी इन इंडिया के सहयोग से दो वर्षीय एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स प्रोग्राम की शुरुआत की है।

उद्देश्य: भविष्य के लिए तैयार नेतृत्व का निर्माण

इस नई पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को ऐसे उन्नत कौशलों से सुसज्जित करना है जो उन्हें डेटा विश्लेषण, रणनीतिक सोच और प्रबंधन निर्णयों में दक्ष बनाएं।

प्रोग्राम छात्रों को न केवल बिजनेस डेटा की गहराई समझने का अवसर देगा, बल्कि उन्हें वास्तविक परिस्थितियों में निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित करेगा। यह कोर्स उन युवाओं के लिए खास तौर पर उपयोगी साबित होगा जो एनालिटिक्स, कंसल्टिंग, फाइनेंस, मार्केट रिसर्च और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे क्षेत्रों में करियर बनाना चाहते हैं।

पाठ्यक्रम की विशेषताएं

इंडस्ट्री-ड्रिवन करिकुलम: कार्यक्रम को केपीएमजी की विशेषज्ञ टीम और बिड़ला स्कूल के फैकल्टी द्वारा संयुक्त रूप से डिजाइन किया गया है।

रियल-टाइम केस स्टडीज़: छात्रों को वास्तविक उद्योग चुनौतियों से निपटने के लिए हैंड्स-ऑन एक्सपीरियंस मिलेगा।

टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसे मॉड्यूल्स शामिल किए गए हैं।

मेंटॉरशिप और इंडस्ट्री इंटरैक्शन: छात्रों को केपीएमजी के विशेषज्ञों से नियमित मार्गदर्शन और लाइव प्रोजेक्ट्स पर काम करने का अवसर मिलेगा।

बिड़ला स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के डीन प्रोफेसर परमेश्वर नायक ने कहा, “इस एमबीए प्रोग्राम का लक्ष्य केवल रोजगार उपलब्ध कराना नहीं, बल्कि छात्रों की विश्लेषणात्मक सोच को रणनीतिक निर्णय लेने की क्षमता में बदलना है। यह भविष्य के ऐसे नेताओं को तैयार करेगा जो डेटा की शक्ति को समझते हैं और उसका इस्तेमाल समाज व व्यवसाय में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कर सकते हैं।”

केपीएमजी इन इंडिया के पार्टनर नारायणन रामस्वामी ने कहा, “यह कार्यक्रम एकेडेमिया और इंडस्ट्री के बीच सार्थक सहयोग का उदाहरण है। हमारा प्रयास है कि छात्रों को वही कौशल दिए जाएँ जिनकी वास्तविक कॉर्पोरेट दुनिया में जरूरत है।”

विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर और आईआईएम के पूर्व प्रोफेसर प्रो. कुलभूषण बलोनी ने इस पहल को भविष्य की शिक्षा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “हम ऐसी शिक्षा प्रणाली का निर्माण कर रहे हैं जो केवल भविष्य के लिए तैयार नहीं, बल्कि भविष्य का निर्माण करने की क्षमता रखती है।”

रोजगार और अवसर

इस कोर्स के स्नातकों को बैंकिंग, कंसल्टिंग, ई-कॉमर्स, मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर और आईटी जैसी विभिन्न उद्योगों में करियर अवसर मिलेंगे। डेटा-आधारित निर्णय लेने की क्षमता के चलते इनकी मांग देश-विदेश दोनों जगह बढ़ रही है।

प्रवेश प्रक्रिया

एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स प्रोग्राम के लिए आवेदन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इच्छुक उम्मीदवार बिड़ला स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। चयन प्रक्रिया में अकादमिक प्रदर्शन, प्रवेश परीक्षा स्कोर, समूह चर्चा और साक्षात्कार शामिल होंगे।

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