दिल्ली, 6 सितंबर : कल यानी 7 सितंबर को साल का आखिरी चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) भारत में लगने वाला है। यह चंद्रग्रहण देश के कई शहरों से दिखाई देगा। साल के इस आखिरी चंद्रग्रहण को ज्योतिर्विद्या के नजरिए से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बताया जाता है कि इस चंद्रग्रहण के समय करीब 100 सालों बाद पितृ पक्ष (Pitrupaksha) का संयोग बन रहा है।
साल का यह आखिरी चंद्रग्रहण देश के कौन से शहरों में दिखाई देगा और चंद्रग्रहण का सूतक काल क्या होगा, इसे लेकर लोगों के मन में ढेर सारे सवाल उठ रहे हैं। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं -
कब से कब तक लगेगा चंद्रग्रहण?
साल 2025 का आखिरी चंद्रग्रहण 7 सितंबर को पूरे भारत में दिखाई देने वाला है। चंद्रमा को ग्रहण कल (7 सितंबर) की रात को 8 बजकर 59 मिनट पर लगना शुरू होगा, जब पृथ्वी की हल्की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगेगी। हालांकि इसे चंद्रग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा।
ग्रहण का समय 7 सितंबर की रात को 9.58 बजे से 8 सितंबर की आधी रात 1.26 बजे तक होगा। रात को 11.42 बजे चंद्रग्रहण अपने चरम पर होगा। भारत में ग्रहणकाल की कुल अवधि 3 घंटा 28 मिनट बतायी जाती है।
बताया जाता है कि 7 सितंबर की रात को 9.58 बजे से चंद्रग्रहण शुरू होने वाला है, इसलिए उसका सूतक काल ग्रहण से 9 घंटा पहले यानी दोपहर 12.57 बजे से शुरू हो जाएगा।
कहां कहां दिखेगा?
भारत के अलावा 7 सितंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, फिजी और अंटार्कटिका के कई हिस्सों में भी नजर आने वाला है। चंद्रग्रहण के प्रभाव से बाढ़, भारी बारिश, पहाड़ी इलाकों में तबाही आदि की संभावनाएं बनती दिख रही हैं, जिसका असर आम लोगों और जीव-जन्तुओं के जीवन पर भी पड़ने की संभावना है।