नई दिल्ली : देश के दो स्टॉक एक्सचेंजों में कोरोना रेमेडीज़ ने जोरदार एंट्री की। IPO इश्यू प्राइस से काफी अधिक मूल्य पर लिस्टिंग होने के कारण पहले ही दिन इस IPO में निवेशकों की झोली लाभ से भर गई। कोरोना रेमेडीज़ का IPO इश्यू प्राइस था 1,062 रुपये। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर इस कंपनी का IPO 1,461 रुपये में लिस्ट हुआ। इसका मतलब है कि लिस्टिंग के समय शेयर का मूल्य 37.57 प्रतिशत बढ़ गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर यह शेयर 1,452 रुपये में लिस्ट हुआ यानी इश्यू प्राइस से 36.72 प्रतिशत अधिक।
इस कंपनी के IPO की ग्रे मार्केट प्रीमियम से भी अधिक मूल्य पर लिस्टिंग होने का संकेत मिला था। इश्यू प्राइस से 342 रुपये या 32 प्रतिशत अधिक मूल्य पर लिस्टिंग की उम्मीद थी। लेकिन वास्तव में यह लिस्टिंग GMP से भी 5 प्रतिशत अधिक मूल्य पर NSE पर हुई। कोरोना रेमेडीज़ के IPO के माध्यम से बाजार में जो शेयर छोड़े गए थे, उन्हें खरीदने के लिए आवेदन 144 गुना जमा हुआ। यह आंकड़ा दर्शाता है कि निवेशक इस शेयर को खरीदने के लिए कितने उत्साहित थे। इस IPO का आकार 655 करोड़ रुपये था। इसके लिए 62 लाख शेयर ऑफ़र-फॉर-सेल के माध्यम से बाजार में लाए गए। इसमें कोई फ्रेश इश्यू नहीं था।
कोरोना रेमेडीज़ एक फार्मास्यूटिकल कंपनी है। हिमाचल प्रदेश और गुजरात में इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य, कार्डियो-डायबेटिक, दर्द प्रबंधन, यूरोलॉजी और थेरैप्यूटिक कैटेगरी की विभिन्न दवाइयां बनाती है। पिछले वित्त वर्ष में इस कंपनी का नेट प्रॉफिट 149.53 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में नेट प्रॉफिट 46.19 करोड़ रुपये हुआ।
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