इंडिगो (IndiGo) एयरलाइंस के शेयर की कीमतों में गिरावट रुकने का नाम नहीं ले रही है। शेयर की कीमतों में पिछले सप्ताह से शुरू हुए गिरावट का सिलसिला इस सप्ताह भी जारी रहा है। गुरुवार को इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयर की कीमतों में 3.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी जिसके साथ ही अब यह 4,645 रुपये पर आ गया।
सिर्फ इसी महीने में कंपनी के शेयर की कीमतों में करीब 19 प्रतिशत की गिरावट आई है। इंडिगो ने वर्तमान वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए अपनी आय का अनुमान कम कर दिया है। इस वजह से गुरुवार की सुबह से ही स्टॉक पर भारी बिकवाली का दबाव है। विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर की कीमतों में गिरावट की प्रमुख वजह भी यहीं है।
सिविल एविएशन मंत्रालय ने इंडिगो को सर्दियों के मौसम में घरेलू फ्लाइट्स को 10 प्रतिशत कम करने का आदेश दिया है। यह आदेश फ्लाइट्स के रद्द होने की समस्या से निपटने के लिए जारी किया गया है। एयरलाइंस कंपनी का मानना है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट को बड़ा झटका लग सकता है।
संभावना जतायी जा रही है कि एयरलाइंस कंपनी की यात्री यूनिट से होने वाली आयी में काफी कमी आ सकती है। इस बीच विश्लेषक संस्थान एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की तरफ से बताया गया है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में इंडिगो की रेवेन्यू 3 प्रतिशत तक कम हो सकती है। टैक्स से पहले मुनाफा भी करीब 17 प्रतिशत कम होने की संभावना जतायी गयी है।
बता दें, पिछले लगभग 8 दिनों में इंडिगो एयरलाइंस की 4,200 से ज्यादा उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। यह दिसंबर में कंपनी की तय उड़ानों का करीब 23 प्रतिशत है। इंडिगो की फ्लाइट्स में यह परेशानी फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन से जुड़े नियमों में बदलाव के बाद ही शुरू हुई। हालांकि अभी तक स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो सकी है। इसकी वजह से इंडिगो को बहुत बड़ा झटका लगा है। बताया जाता है कि इस गिरावट की वजह से कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 45,000 करोड़ रुपए कम हो गया है।
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