नयी दिल्लीः रोशनी का त्योहार दिवाली है। पूरा देश रोशनी के मेले में सज जाता है। साथ में नए कपड़े, मिठाई और जमकर गपशप। एक नजर में देख लीजिए देश के कुछ राज्यों की सूची, जहां परंपरा और संस्कृति का मेल दिवाली के आनंद को दूसरे स्तर पर पहुंचा देता है।
दीपावली में कोलकाता में मां काली की पूजा होती है। शहर की रोशन सड़कें और सांस्कृतिक कार्यक्रम त्योहार के मूड को और बढ़ा देते हैं।
दिवाली के लगभग 15 दिन बाद वाराणसी में देव दीपावली मनाई जाती है। इस समय गंगा के घाट लाखों दीपों से सजाए जाते हैं। इस समय दशाश्वमेध घाट की संध्या आरती देखने के लिए कई पर्यटक जुटते हैं।
पिंक सिटी' जयपुर दिवाली के समय परीकथा की तरह सज जाता है। जयपुर की सभी गलियां रंगोली से सज जाती हैं। इसके अलावा दिवाली के समय राजस्थान के कई किलों में लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाता है। दिवाली में पूरा शहर रोशनी में जगमगाता है।
श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में दिवाली में दीप उत्सव का आयोजन होता है। इस समय सरयू नदी का घाट लाखों दीपों से सज जाता है। इसके अलावा दिवाली के समय यहां रामलीला का मंचन, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।
गोवा में दिवाली नरक चतुर्दशी के नाम से जानी जाती है। दिवाली की पूर्व रात्रि में यहां नरकासुर के पुतले को लेकर सड़कों पर शोभायात्रा होती है, उसके बाद उसे जलाया जाता है।
गुरु नानक के जन्मस्थान अमृतसर में भी दिवाली मनाई जाती है। स्वर्ण मंदिर सहित अन्य स्थानीय मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से सज जाते हैं।