20 नवंबर को विश्व बाल दिवस के मौके पर कोलकाता की ऐतिहासिक कई इमारतें नीली रोशनी से जगमगा उठी। यह पहल UNICEF की तरफ से की गयी थी। इस पहल के साथ UNICEF ने लोगों से अपने बचपन की यादों में एक बार फिर से वापस लौटने का अनुरोध किया ताकि बच्चों के अधिकारों और इच्छाओं को लेकर खुद से किया गया वादा वे दोहरा सकें। UNICEF की ओर से जारी बयान में बताया गया कि इस साल भारत में विश्व बाल दिवस (World Children's Day) 'मेरा दिन मेरा अधिकार' की थीम पर मनाया गया।
विश्व बाल दिवस के मौके पर महानगर कोलकाता की जिन ऐतिहासिक इमारतों को नीली रोशनी से जगमगा दिया गया था, उनमें विधान सभा भवन, बंगाल चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के साथ ही कोलकाता प्रेस क्लब व UNICEF का ऑफिस भी शामिल है। इस बारे में पश्चिम बंगाल में UNICEF के प्रमुख डॉ. मंजुर हुसैन ने कहा, 'नीले रंग की रोशनी से सजायी गयी ये इमारतें लोगों में उत्सुकता को जन्म देगी, जिससे उनमें प्रत्येक बच्चे के लिए एक शांतिपूर्ण, मौके, समानता, सुरक्षा, सम्मान और समान अवसर वाला विश्व बनाने की जागरूकता पैदा होगी।' उन्होंने आगे कहा कि इससे लोगों में बच्चों के अधिकारों को बनाए रखने का संदेश जाने की संभावना होगी।
इस मौके पर UNICEF पश्चिम बंगाल ने सिविल सोसाइटी संस्थानों के साथ बैठक की ताकि बच्चों के भविष्य को लेकर योजनाएं बनायी जा सकें और इस दिशा में सभी मिलकर काम करने कर सकें। इससे उनके अधिकारों को भी बढ़ावा दिया जा सकेगा। बताया जाता है कि यह फोरम अच्छे तरीकों से बेहतर सीख को बढ़ावा देगा, ज्ञान को साझा करने और कौशलों को बढ़ाने में मदद करेगा।