डिजिटाइजेशन के जमाने में OTP को लेकर फर्जीवाड़े और कई तरह की धांधलियों की खबरें अक्सर सुनने को मिलती है। लेकिन SIR का फॉर्म जमा करते समय भी OTP मांगकर धोखाधड़ी की कोशिश की जा रही है? यह आरोप सामने आते ही चुनाव आयोग ने विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट कर दिया है कि SIR का फॉर्म जमा करते समय कोई OTP नहीं मांगी जा रही है। सीधे शब्दों में चुनाव आयोग ने कहा है कि अगर कोई ऐसा करता है तो वह फर्जीवाड़ा करने की कोशिशें कर रहा है।
पिछले दिनों उत्तर 24 परगना जिले में SIR का फॉर्म जमा करने के लिए OTP मांगने का आरोप लगाया गया था। कदम्बगाछी इलाके के निवासियों ने आरोप लगाया था कि आरोपी खुद को लोकबंधु पार्टी का कार्यकर्ता बताकर फॉर्म भरवा रहे हैं। उसी समय उन्होंने मोबाइल नंबर मांगा।
पहले तो किसी को कोई संदेह नहीं हुआ लेकिन बाद में जब उस मोबाइल नंबर पर OTP आया तो लोगों को शक हुआ। तुरंत इस बारे में स्थानीय थाना की पुलिस को जानकारी दी गयी। स्थानीय निवासी अच्छी तरह से समझ गए थे कि SIR का फॉर्म भरने के नाम पर मोबाइल नंबर लेकर, वहां OTP मंगवाकर धोखाधड़ी करने की कोशिशें की जा रही हैं।
इस खबर के फैलते के बाद सोमवार को पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग की तरफ से एक विज्ञप्ति जारी की गयी। इस विज्ञप्ति में यह स्पष्ट कहा गया कि SIR का फॉर्म भरने या जमा करवाने के लिए कोई OTP नहीं लिया जा रहा है। साथ ही कहा गया, 'भारत के चुनाव आयोग या पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग का ऑफिस किसी भी काम के लिए, भले ही SIR हो या वोटर लिस्ट संशोधन हो, किसी भी काम के लिए मोबाइल नंबर पर OTP की मांग नहीं करता है।'