सॉल्टलेक स्टेडियम में गत 13 दिसंबर को लियोनेल मेसी (Lionel Messi) के G.O.A.T. इंडिया टूर के कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) होने वाली थी। उनके आने के बाद ही मेसी को मैदान का चक्कर लगाना था। लेकिन असलियत में मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले ही आयोजकों ने मेसी को लेकर मैदान में घुमना शुरू कर दिया था।
किसकी अनुमति से तय कार्यक्रम में बदलाव किया गया? राज्य सरकार द्वारा गठित SIT के सदस्यों ने यह सवाल पुलिस की हिरासत में मौजूद मुख्य आयोजक सतद्रु दत्त से की थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बाबत उनसे कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है।
वित्तीय अनियमितता की जांच में आयी तेजी
इसके साथ ही 'मेसी कांड' में अव्यवस्था और वित्तीय अनियमितता के आरोपों की जांच में भी SIT ने तेजी लायी है। सतद्रु दत्त के बैंक अकाउंट में मौजूद करीब 22 करोड़ रुपए जब्त कर लिए गए हैं। इसके साथ ही कार्यक्रम के लिए 22 से 25 करोड़ के जो टिकट बिके थे, वह आयोजक कंपनी के अकाउंट में न पहुंचे इसे भी जांच अधिकारी सुनिश्चित करना चाहते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं ऑनलाइन जिस कंपनी ने टिकट बेचे थे उसे भी SIT ने कहा है कि टिकट बिकने से हुई आय सतद्रु दत्त को न दी जाए।
गौरतलब है कि शुक्रवार को सतद्रु दत्त के रिसड़ा स्थित घर पर SIT के अधिकारी पहुंचे थे। बताया जाता है कि तलाशी अभियान के दौरान मेसी के कार्यक्रम से संबंधित कई कागजात और विभिन्न बैंक अकाउंट के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। इन दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही वित्तीय लेनदेन के खिलाफ कड़े कदम उठाने का फैसला लिया गया है।
सतद्रु दत्त से की गयी लंबी पूछताछ
जांच में 'ग्राउंड पास' का मामला भी सामने आया है। प्राथमिक रूप से मैदान में प्रवेश करने के लिए करीब 150 ग्राउंड पास निर्धारित किया गया था लेकिन बाद में उसकी संख्या को करीब 3 गुना बढ़ा देने का आरोप लगाया गया है। किसके आदेश से इसकी संख्या बढ़ायी गई थी, किन्हें मैदान में प्रवेश करने की अनुमति दी गयी थी और किस आधार पर यह अनुमति दी गयी थी - शुक्रवार को सतद्रु दत्त से हुई लंबी पूछताछ के दौरान SIT के अधिकारियों ने इन सभी सवालों का जवाब मांगा।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार जांच अधिकारियों के पास सतद्रु दत्त का दावा है कि एक प्रभावशाली नेता के आदेश से ही पास की संख्या तीन गुना बढ़ा दी गयी थी। इस मामले में वह कुछ नहीं कर सकते थे। SIT के अधिकारियों के सामने दिए अपने बयान में सतद्रु ने कहा कि सॉल्टलेक स्टेडियम पहुंचने के बाद करीब 70 से 80 लोगों ने मेसी को चारों तरफ से घेर लिया था। इस भीड़ में मूल रूप से मंत्री और क्लबों के सदस्य थे। एक समय परिस्थिति तो ऐसी हो गयी थी कि मैदान में लोगों के बीच धक्का-मुक्की तक शुरू हो गयी थी जो मेसी को अच्छा नहीं लग रहा था।
दर्शकों ने शिकायत दर्ज करवायी है कि वे गैलरी से मेसी को ठीक तरीके से नहीं देख पाए थे। परिस्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक समय सतद्रु दत्त ने घोषणा तक कर दी थी कि मैदान में कोई भी मेसी को न घेरे। सतद्रु दत्त का आरोप है कि इस घोषणा का भी कोई खास फायदा नहीं हुआ।
बताया जाता है कि इस बयान की सत्यता की जांच के लिए सतद्रु दत्त की कंपनी के कर्मचारियों व उस दिन मैदान में मौजूद लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। हालांकि इस सूची में राज्य के तत्कालीन खेल मंत्री अरूप विश्वास भी हैं अथवा नहीं, इस बारे में SIT के अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया है।