हर रोज ट्रेन लेट होती है। इस वजह से सुबह के समय जहां ऑफिस पहुंचने में देर हो जाती है और बॉस से डांट खानी पड़ती है। वहीं दूसरी ओर पूरे दिन काम करने के बाद थके हुए यात्रियों को घर पहुंचने में भी काफी विलंब हो जाता है। कुछ ऐसा ही आरोप लगाते हुए इस परेशानी के विरोध में शनिवार की सुबह यात्रियों ने रेल अवरोध कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण-पूर्व रेल की हावड़ा-आमता शाखा के बड़गछिया स्टेशन पर यात्रियों ने लगभग चार घंटे तक विरोध-प्रदर्शन किया। हालांकि 4 घंटे बाद उनका अवरोध हटाया गया।
यात्रियों की शिकायत है कि ट्रेन किसी भी दिन निर्धारित समय पर नहीं आती है। इस संबंध में कई बार शिकायत भी की गई है। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। बताया जाता है कि शनिवार को भी हावड़ा-आमता ट्रेन देर से स्टेशन पर पहुंची। स्टेशन में लंबे समय से इंतजार करते यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया और उनका गुस्सा फूट पड़ा। लगभग सुबह साढ़े सात बजे यात्री रेल लाइन पर बैठ गए।
यात्रियों का आरोप था कि ट्रेन लगभग दो घंटे लेट आई थी। इससे कई लोग निर्धारित समय पर ऑफिस नहीं पहुंच सके। लाइन पर बैठे एक यात्री ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह नहीं चल सकता। हमने रेल अधिकारियों के पास कई बार शिकायतें दर्ज करवायी हैं। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसलिए अवरोध किया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर आरपीएफ (RPF) और जगतबल्लभपुर थाने की पुलिस पहुंची। उन्होंने यात्रियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन जब यात्री नहीं माने और अवरोध नहीं हटाया तो लाठीचार्ज किया गया। बताया जाता है कि अंततः साढ़े ग्यारह बजे अवरोध हटाया गया।
हालांकि प्रतिदिन ट्रेन लेट की शिकायत को दक्षिण पूर्व रेल के जनसंपर्क अधिकारी सोपान दत्त ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि बांकुड़ा और नयाबाजार स्टेशन के बीच लाइन में यांत्रिक खराबी के कारण ही ट्रेन संचालन बाधित हुआ था। हालांकि उन्होंने अवरोध कर रहे यात्रियों पर लाठीचार्ज की बात को स्वीकारने से इनकार कर दिया।