अकाउंट वेरिफिकेशन के लिए हमेशा से ही कैंसिल्ड चेक (Cancelled Cheque) की ही मांग की जाती है। लोन वेरिफिकेशन के नाम पर कैंसिल्ड चेक देना ही हावड़ा निवासी के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन गयी। कैंसिल्ड चेक देने के बाद ही अकाउंट से लाखों रुपए गायब हो जाने का मामला सामने आया है। यह घटना हावड़ा के बागनान इलाके की बतायी जा रही है। इस घटना में बागनान थाना की पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मामला दायर कर जांच शुरू कर दी गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार लोन वेरिफिकेशन के नाम पर बैंक का चेक मांगकर उसपर मैजिक स्याही से 'कैंसिल्ड' लिख दिया था। बाद में जब मैजिक स्याही से लिखा हुआ 'कैंसिल्ड' शब्द मिट गया तो वहां राशि लिखकर बागनान निवासी गुलाम कादर नामक एक व्यक्ति के बेटे के अकाउंट से वह रुपए निकाल लिए गए। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत 19 सितंबर को बागनान के खादिनान इलाके में रहने वाले गुलाब कादर ने बागनान थाना में शिकायत दर्ज करवायी।
अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि उनके बेटे को कुछ रुपए ऋण लेने की जरूरत थी। सोशल मीडिया के माध्यम से उनके बेटे ने आरोपी व्यक्तियों से संपर्क किया था। आरोपियों ने बिना किसी दस्तावेज के ही, ऋण देने का आश्वासन दिया था। लेकिन उन्होंने न्यूनतम एक वेरिफिकेशन की बात कही थी। उसके आधार पर ही आरोपियों में से एक व्यक्ति लोन वेरिफिकेशन के लिए उनके घर पर आया था। लोन वेरिफिकेशन के लिए आए आरोपी ने कैंसिल्ड चेक मांगा। उन्हें चेक दे दिया गया।
बताया जाता है कि चेक मिलने के बाद उस व्यक्ति ने सबके सामने दिखाते हुए चेक पर कैंसिल्ड लिख भी दिया। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद उसे मैजिक स्याही से लिखा गया था। कुछ समय बाद रसायनीक क्रिया की वजह से जब मैजिक स्याही मिट गया तो कैंसिल्ड लिखा भी मिट गया। उसके बाद वह चेक एक सामान्य चेक ही बन गया।
अब अमाउंट (Amount) वाली जगह पर 1 लाख 86 हजार रुपए भरकर आरोपियों ने चेक की मदद से उनके बैंक अकाउंट से वह रुपया निकाल लिया। जांच में उतरी पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही सभी रुपए भी बरामद किए जा चुके हैं। इस बारे में हावड़ा ग्रामीण जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया है कि मैजिक स्याही का इस्तेमाल कर वह कई जगहों पर धोखाधड़ी कर चुके हैं।