हावड़ा स्टेशन से सटे बस स्टैंड की छत का एक हिस्सा टूट कर अचानक गिर जाने से लोगों में हलचल मच गयी। रविवार की दोपहर को घटी इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं मिली है। बताया जाता है कि रविवार को छुट्टी का दिन होने की वजह से दुर्घटना के समय बस स्टैंड पर यात्रियों की संख्या काफी कम थी। इस वजह से बड़े हादसे को टाला जा सका। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर गोलाबाड़ी थाना की पुलिस पहुंच गयी।
हावड़ा स्टेशन से सटे निजी बस स्टैंड पर आमतौर पर लाखों की संख्या में यात्री मौजूद रहते हैं, जो विभिन्न रूट्स की बसों में यात्रा करते हैं। रविवार की दोपहर को बस स्टैंड की छत का एक बड़ा हिस्सा टूट कर गिर गया। बताया जाता है कि वहां पर करीब 2 फीट गहरा गड्ढ़ा बन गया है। छत का एक बड़ा हिस्सा टूट कर फिर से गिरने की संभावना भी बन गयी है।
हादसे के समय बस स्टैंड के पास खड़े एक विक्रेता ने बताया कि अचानक तेज आवाज हुई। दौड़कर जाकर देखा तो सड़क पर कंक्रीट के बड़े-बड़े टुकड़े पड़े हुए थे। छत के एक बड़े हिस्से से लोहे की छड़ नजर आने लगी है। अगर उस जगह पर कोई यात्री खड़ा रहता तो कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती थी। वहीं बस स्टैंड के सामने एक दुकान में काम करने वाले एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि पिछले काफी दिनों से छत की मरम्मत का काम नहीं हुआ है। उनका कहना है कि बीच-बीच में ही छत से बड़े-बड़े टुकड़े टूट कर गिरते रहते हैं।
उन्होंने बताया कि लगभग एक महीने पहले फारुख शेख नामक एक बस कंडक्टर के सिर पर ऐसे ही छत का बड़ा हिस्सा टूट कर गिर गया था। इस दुर्घटना में उनको बहुत चोट भी आयी थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन से बीच-बीच में लोग तो आते हैं, लेकिन कोई भी विकास कार्य नहीं होता है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर गोलाबाड़ी थाना की पुलिस पहुंची। घटना की जानकारी हावड़ा नगर निगम के प्रशासक मंडली के चेयरमैन सुजय चक्रवर्ती के पास भी पहुंची। उन्होंने कहा कि उस बस स्टैंड के देखभाल की जिम्मेदारी केएमडीए की है। इस मामले में केएमडीए और पुलिस को पत्र लिखा जाएगा। उनसे बस स्टैंड के पुनर्निर्माण की बात कही जाएगी।