मंगलवार को कुछ देर के लिए हावड़ा ब्रिज (Howrah Bridge) को आंशिक रूप से बंद कर देना पड़ा था। पुलिस ने हावड़ा ब्रिज के एकदम सामने गार्डरेल लगा दिया था जिस वजह से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुई। दरअसल, ऐसा भाजपा समर्थकों के विरोध-प्रदर्शन की वजह से करना पड़ा है। सोमवार को राहत सामग्री वितरित करने उत्तर बंगाल के नागरकाटा में पहुंचे भाजपा सांसद व भाजपा विधायक से मारपीट की गयी थी। इस घटना के विरोध में उत्तर बंगाल से लेकर दक्षिण बंगाल तक, हर जिले में भाजपा समर्थक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी क्रम में मंगलवार को हावड़ा ब्रिज पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने गार्डरेल लगाया। भाजपा की महिला मोर्चा के सदस्यों के साथ पुलिस का विवाद शुरू हो गया था।
गौरतलब है कि वर्तमान में भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष अस्पताल में इलाजरत हैं। इसके विरोध में ही हावड़ा ब्रिज के सामने भाजपा की महिला मोर्चा विरोध-प्रदर्शन कर रही थी। भाजपा की महिला मोर्चा फाल्गुनी पात्र के नेतृत्व में अन्य भाजपा कर्मियों के साथ विरोध-प्रदर्शन कर रही थी। रैली को रोकने के लिए हावड़ा ब्रिज के सामने गार्डरेल लगाकर हावड़ा सिटी पुलिस की तरफ से बैरिकेड बनाया दिया गया था।
गार्डरेल को हटाने गए भाजपा कर्मियों के साथ पुलिस की हाथापाई शुरू हो गयी। एक समय हावड़ा से कोलकाता के बीच यातायात पूरी तरह से बंद हो गया था। बताया जाता है कि लगभग डेढ़ घंटे तक हावड़ा ब्रिज पर परिवहन सेवा पूरी तरह से ठप्प पड़ गयी थी। बसों व गाड़ियों में बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए थे। एक तरफ हावड़ा सिटी पुलिस और RAF। दूसरी ओर भाजपा के महिला मोर्चा की कर्मी। जबर्दस्ती हावड़ा ब्रिज पर आगे बढ़ने की कोशिश करने पर पुलिस के साथ उनकी हाथापाई हुई।
इस बारे में फाल्गुनी पात्र का कहना है कि हमारी पार्टी के सांसद व विधायक के साथ जैसे मारपीट की गयी, वह अमानवीय है। देश के सांसद मार खा रहे हैं, उनका खून बह रहा है लेकिन अभी तक इस घटना में कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है।