दुर्गा पूजा के बाद वीकेंड पर खुद को फिर से तरोताजा करने के लिए कम बजट में घूम आएं चंद्राबली

जब दुर्गा पूजा के खत्म होने के बाद उदासी से मन भर जाएगा। इस उदासी को दूर करने का तरीका हम आपको बताते हैं। दुर्गा पूजा के ठीक बाद अपना बैग पैक करें और वीकेंड पर निकल जाएं चंद्राबली समुद्र तट की ओर।

By Moumita Bhattacharya

Sep 25, 2025 18:52 IST

हर तरफ त्योहार और खुशियों का ही माहौल छाया हुआ है। ऐसे माहौल में भला घर के अंदर मन कहां लगता है। दुर्गा पूजा के दौरान तो सुबह-शाम पंडालों में घूमना, खाना-पीना और दोस्तों व परिवार के साथ गप्पे मार लेंगे। लेकिन तब क्या करेंगे जब दुर्गा पूजा के खत्म होने के बाद उदासी से मन भर जाएगा। इस उदासी को दूर करने का तरीका हम आपको बताते हैं। दुर्गा पूजा के ठीक बाद अपना बैग पैक करें और वीकेंड पर निकल जाएं चंद्राबली समुद्र तट की ओर। कम बजट में खुद में फिर से भर लें ताजगी!

कहां है चंद्राबली?

चंद्राबली यूं तो ओडिशा में स्थित है, लेकिन दीघा से इसकी दूरी बहुत कम है। बहुत ज्यादा लोकप्रिय न होने की वजह से दुर्गा पूजा के बाद भी आपको यहां शांति मिलेगी। इस जगह की प्राकृतिक सुन्दरता आंखों को सुकून पहुंचाएगा तो समुद्र तट का गीला रेत दिल तक ठंडक पहुंचा देगा। समुद्र तट पर सफेद रेत और आसपास झाऊ के जंगल मौजूद हैं, जो यहां के वातावरण में एक अलग ही ताजगी भर देते हैं।

सूर्योदय या सूर्यास्त के समय समुद्र के किनारे बैठकर इस शानदार नजारे का आनंद उठाएं। चंद्राबली में घूमने-फिरने की ज्यादा जगहें नहीं हैं। लेकिन आपने अगर चंद्राबली जाने का मन बनाया है तो थोड़ा सा समय निकालकर भूषंडेश्वर शिव मंदिर जरूर जाएं। दावा किया जाता है कि यहां एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित है। हालांकि इस मंदिर की स्थिति अब जीर्ण हो चुकी है। बताया जाता है कि यहां काले ग्रेनाइट से बनाया गया शिवलिंग स्थापित है, जिसका आधा हिस्सा धरती के अंदर ही गड़ा हुआ है।

कैसे पहुंचे चंद्राबली?

चंद्राबली, दीघा से लगभग 20 किमी की दूरी पर ही मौजूद है। कोलकाता से ट्रेन या बस के माध्यम से दीघा पहुंचकर आप वहां से किराए पर गाड़ी लेकर चंद्राबली जा सकते हैं। दीघा से चंद्राबली पहुंचने में लगभग 45 मिनट का समय लगेगा। आप चाहे तो चंद्राबली में न रुककर दीघा में ही रुके और 1 या 2 दिनों का समय निकालकर चंद्राबली घूम आ सकते हैं। या फिर ओडिशा के बालेश्वर स्टेशन से भी चंद्राबली जा सकते हैं। बालेश्वर से चंद्राबली की दूरी लगभग 48 किमी है।

चंद्राबली में अभी पर्यटकों की बहुत ज्यादा भीड़ नहीं होती है। इसलिए दीघा की तरह यहां होटल तो नहीं मिलेंगे लेकिन होम स्टे जरूर मिल जाएंगे, जहां बड़े ही प्यार से मेहमानों का स्वागत किया जाता है। झाऊ पेड़ों के जंगल के करीब और शहरी हलचल से दूर चंद्राबली आपको फिर से तरोताजा करने में काफी मददगार साबित होगा।

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