योगी आदित्यनाथ के 'पप्पू, अप्पू, टप्पू' वाले तंज का जवाब समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने दिया। अखिलेश का तंज था कि बंदरों के झुंड में बैठकर रहने पर योगी को अलग से पहचाना नहीं जा सकेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। 'पप्पू, अप्पू, टप्पू' कहकर तंज कसते हुए योगी ने कहा था कि इंडिया गठबंधन के ये तीन नेता तीन बंदरों की तरह काम करते हैं। इसी का जवाब अब अखिलेश ने योगी को दिया है।
6 नवंबर को बिहार में विधानसभा के पहले चरण का मतदान है। 11 तारीख को दूसरे चरण का। इसी मतदान के प्रचार के लिए अखिलेश बिहार गए थे। सपा सुप्रीमो ने कहा, 'महत्वपूर्ण मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही भाजपा इस तरह की बातें करती है लेकिन सच्चाई यह है कि वे (योगी) बंदरों के झुंड में बैठे रहें तो आप या मैं अलग से उन्हें पहचान नहीं सकेंगे।
चुनाव आते ही राजनीतिक दल एक-दूसरे को बुरा-भला कहने में जुट जाते हैं। इसके ढेरों प्रमाण भी मौजूद हैं। हाल ही में बिहार के चुनावी प्रचार में आकर विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि गांधी जी के तीन बंदर याद होंगे जरूर। जो बुरी बात नहीं सुनते, नहीं देखते, नहीं कहते लेकिन अखिलेश, राहुल और तेजस्वी की ओर इशारा करते हुए कहा कि यहां तीन बंदर हैं, अप्पू, पप्पू, टप्पू, जो बिहार के लोगों से झूठ बोलकर नए सिरे से जंगलराज स्थापित करना चाहते हैं।
योगी ने आगे कहा कि बिहार में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी के राज में चोरी, डकैती, हत्या, लूटपाट चरम पर पहुंच गई थी। नीतीश कुमार के जमाने में ये सब नहीं है। जाति के आधार पर 'पप्पू, अप्पू, टप्पू' बिहार में बांटकर माफिया राज वापस लाना चाहते हैं।
बिहार में हाई वोल्टेज चुनाव है। 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान, 11 तारीख को दूसरे चरण का मतदान। 14 नवंबर को मतदान का परिणाम घोषित होगा। एक तरफ एनडीए के साझीदार जेडीयू, भाजपा, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी और जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्यूलर) है। दूसरी तरफ महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, वाम और मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी है।