मिर्जापुर: चुनार स्टेशन पर कालका मेल की चपेट में आकर 6 श्रद्धालुओं की मौत

गंगा स्नान के लिए आए श्रद्धालुओं के साथ बड़ा हादसा..

By डॉ. अभिज्ञात

Nov 05, 2025 12:34 IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार की सुबह एक हृदयविदारक घटना सामने आई। सुबह लगभग सवा नौ बजे श्रद्धालुओं से भरी गोमो–प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर चार पर पहुंची। ट्रेन से उतरने के बाद कुछ यात्री गलत दिशा में उतरकर मुख्य लाइन पार करने लगे। उसी समय हावड़ा–कालका मेल (नेताजी एक्सप्रेस) मुख्य लाइन से होकर गुजर रही थी, जिसकी चपेट में आने से छह श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि कई शव क्षत-विक्षत अवस्था में रेलवे लाइन पर बिखर गए। यह सभी श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने के लिए मिर्जापुर आए थे।

स्टेशन पर मचा हड़कंप, लोगों में मची चीख-पुकारः दुर्घटना के बाद चुनार स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद यात्रियों में घबराहट और चीख-पुकार का माहौल बन गया। हादसे के तुरंत बाद जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची और किसी तरह शवों को ट्रैक से हटवाया। शवों की स्थिति देखकर स्थानीय लोग भी सहम गए। कई यात्रियों ने इस दौरान प्रशासन और रेलवे प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

मृतकों की शिनाख्तः पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से मृतकों की पहचान की गई। मरने वालों में सविता (28) -निवासी कमरिया थाना राजगढ़, साधना (16), शिवकुमारी (12) , अप्पू देवी (20), सुशीला देवी (60) , कलावती देवी (50) शामिल हैं। इन सभी श्रद्धालुओं का मिर्जापुर से गहरा संबंध था और ये कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व में भाग लेने पहुंचे थे।

रेलवे ने यात्रियों की गलती बताईः भारतीय रेलवे की ओर से जारी बयान में बताया गया कि गोमो–प्रयागराज एक्सप्रेस चुनार स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर रुकी थी। कुछ यात्री प्लेटफॉर्म के विपरीत दिशा से उतरकर मुख्य लाइन से ट्रैक पार कर रहे थे, जबकि वहां फुट ओवर ब्रिज उपलब्ध था। उसी समय नेताजी एक्सप्रेस मुख्य लाइन से गुजर रही थी और तीन से चार यात्री उसकी चपेट में आ गए।अगर यात्री फुट ओवर ब्रिज से गुजरते तो यह बड़ा हादसा टल सकता था।

जांच के आदेशः घटना की सूचना मिलते ही एएसपी ऑपरेशन मनीष कुमार मिश्रा और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शवों को लाइन से हटाने, शिनाख्त कराने और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। रेलवे प्रशासन और जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या स्टेशन पर पर्याप्त चेतावनी और सुरक्षा इंतज़ाम मौजूद थे या नहीं।

अनुप्रिया पटेल ने राहत के निर्देश दियेः केंद्रीय मंत्री और मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और जिले के अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य तेज करने और घायलों के उचित उपचार के निर्देश दिए हैं।

स्टेशन पर जुटी भीड़ ने नाराजगी जतायीः हादसे के बाद सैकड़ों स्थानीय लोग स्टेशन पर जमा हो गए। लोगों ने कहा कि प्लेटफॉर्म पर स्पष्ट चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग नहीं थी, जिससे यात्री अक्सर गलत दिशा से उतर जाते हैं। कई लोगों ने रेलवे प्रशासन की लापरवाही को हादसे का कारण बताया।

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