लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर एनडीए में बगावती तेवर के लिए जाने जाते रहे हैं। इस बार भी उनका रवैया बदला नहीं है। मौजूदा राजनीतिक स्थितियों में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 केवल दो गठबंधनों की लड़ाई नहीं रह गई है बल्कि छोटे दल भी निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। एनडीए द्वारा बिहार चुनाव 2025 के लिए सीट बंटवारे की घोषणा के बाद राजभर ने अपने तल्ख तेवर दिखाये और अपने लिए चार-पांच सीटों की मांग की है।
मालूम हो कि एनडीए ने रविवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने सीट बंटवारे के फॉर्मूले की आधिकारिक घोषणा की, जिसके तहत भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) दोनों 101-101 सीटों, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)- 29 सीटों, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) -6-6 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
राजभर ने एनडीए से बिहार चुनाव में 4-5 सीटों की मांग की है और साथ ही चेतावनी भी दे डाली है कि यदि उनकी बात न सुनी गयी तो वे गठबंधन से अलग होकर बिहार विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
उनका कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गई है। भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया। यदि हालात नहीं बदले तो उनकी पार्टी एसबीएसपी अब बिहार में अपना मोर्चा बना कर सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार देगी। एसबीएसपी बिहार चुनाव में अपने दम पर लड़ने से पीछे नहीं हटेगी। बिहार में अभी तक, पहले चरण में 52 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए गए हैं और नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है। हमें चार-पांच सीटें नहीं दी गयीं तो हम कुल 153 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा यदि आप हमें अपने साथ बनाए रखना चाहते हैं, तो हमें 4-5 सीटें दीजिए।