अयोध्याः अयोध्या के पगलाभारी गांव में एक मकान में कुछ ही घंटों के अंतर में दो धमाके हुुए, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोगों समेत छह लोगों मौत हो गयी है। आरम्भिक तौर पहले विस्फोट के बाद कहा गया कि यह सिलिंडर विस्फोट था लेकिन दूसरे विस्फोट के बाद घटना को लेकर नजरिया बदल गया।
सूत्रों के अनुसार अयोध्या की पंचायत भदरसा भरतकुंड के महाराणा प्रताप वार्ड के पगलाभारी गांव में रामकुमार उर्फ पारसनाथ के घर में गुरुवार रात हुए भीषण धमाके में स्वयं रामकुमार औरसमेत परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में रामकुमार के तीन बच्चे और साली शामिल हैं। बचाव अभियान के लिए पुलिस टीम व अन्य कर्मचारी मौजूद थे। इसी दौरान शुक्रवार सुबह 11 बजे एक और धमाका हुआ, जिसमें घटनास्थल की जांच कर रहे लेखपाल आकाश सिंह घायल हो गये। शुक्रवार सुबह मलबे में एक और शव बरामद हुआ है, जिसके बाद हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।
रामकुमार के घर में पहला धमाका शाम करीब 7.30 बजे हुआ, जिसमें पूरा घर उड़ गया और घर की दीवारें ताश के पत्तों की तरह बिखर गयीं। धमाके से पूरा इलाका दहल गया। गांव में विस्फोट मामले में सिलेंडर की जांच के लिए एचपीसीएल की टीम पहुंची। टीम की निगरानी में मकान की बुनियाद खोदी जा रही है, जिसमें जेसीबी की मदद ली जा रही है। सूत्रों के अनुसार रामकुमार गांव के बाहर घर बनाकर रहते थे, धमाका वहीं हुआ।
योगी ने घटना पर दुख जतायाः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या में एक घर में गुरुवार शाम हुए विस्फोट के बाद पांच लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। योगी ने इस घटना को दिल दहला देने वाली करार दिया और घटना के शिकार लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी प्रकट कीं।
लोगों का आरोपः लोगों का कहना है कि रामकुमार अवैध रूप् से पटाखा बनाने के धंधे में लगा था। पिछली बार गांव में बने पारसनाथ के मकान में हुए विस्फोट में उसकी पत्नी और मां की और एक छात्रा की मौत हो गयी थी। 2024 की घटना के बाद भी वह अपने धंधे से बाज नहीं आया। गांव वालों का कहना है कि मृतक अवैध रूप से पटाखा बनाता था और पुलिस का उसे संरक्षण प्राप्त था।
क्या बोले डीएम? अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट निखिल टिकराम फुंदे ने बताया कि जिस विस्फोट के कारण घर ढह गया, उसे संभवतः गैस सिलेंडर या प्रेशर कुकर ने ट्रिगर किया। हमें लगभग शाम 7:15 बजे विस्फोट और घर की छत गिरने की जानकारी मिली। स्थानीय पुलिस और प्राथमिक बचावकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और मलबा हटाना और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना शुरू किया। मलबा हटाने के बाद पांच लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जिन्हें अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। घटनास्थल पर बारूद या पटाखों का कोई निशान नहीं पाया गया। प्रथम दृष्टया, यह एक सिलेंडर या कुकर विस्फोट प्रतीत होता है क्योंकि दोनों का वही स्थान पर पाया गया है। स्थल पर बारूद या पटाखों का कोई निशान नहीं मिला है।