नितेश ठाकरे दिवाली पर अपने मालिक से नए कपड़े या उपहार पाने की उम्मीद कर रहा था। काफी इंतजार के बाद भी जब उसे उपहार नहीं मिला तो उसने अपने मालिक को फोन कर उसे बुरा भला कहा और खूब गालियां बकीं।
अपना गुस्सा निकाल चुके नितेश को अंदाजा भी नहीं था कि दिवाली पर अपने मालिक से उपहार की उम्मीद करना उसके लिए जानलेवा साबित हो सकती है। महाराष्ट्र में एक ऐसा ही वाकया सामने आया है। दिवाली का उपहार न मिलने पर हुए विवाद के बाद 27 वर्षीय नितेश ठाकरे को उसके मालिक सुजीत गणवीर (25) ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक नितेश ठाकरे महाराष्ट्र के चंद्रपुर में 25 वर्षीय सुजीत गणवीर के पान की दुकान पर काम करता था। दिवाली के मौके पर ठाकरे को अपने मालिक से नए कपड़े या उपहार पाने की उम्मीद थी। हालांकि जब ठाकरे को अपने मालिक से कोई उपहार नहीं मिला तो उसने गणवीर को फोन किया और उसे गालियां दीं। गुस्से में आकर गणवीर ने अपने दोस्तों को फोन किया और ठाकरे की हत्या की योजना बनाई। योजना को अंजाम देने के लिए गणवीर ने कथित तौर पर ऑनलाइन एक चाकू मंगवाया और ठाकरे को फिल्म देखने के बहाने बुलाया।
इसके बाद गणवीर ठाकरे को शहर के एक लॉ कॉलेज के पीछे सुनसान इलाके में ले गया। वहां गणवीर और उसके पांच दोस्तों ने मिलकर ठाकरे की पिटाई की और चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने सबूत मिटाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि छह आरोपियों- करण मेश्राम (22), यश छोटेलाल राउत (19), अनिल रामेश्वर बोंडे (22), प्रतीक माणिक मेश्राम (22), तौसीफ शेख (23) और सुजीत गणवीर (25) को एक घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया है।