कौन हैं 'सुपर कॉप' आनंद मिश्रा, भाजपा ने बक्सर सीट से बनाया प्रत्याशी ? जानें, पूर्व IPS की कहानी

By Devdeep Chakravarty, Posted by: लखन भारती.

Oct 18, 2025 00:02 IST

भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बक्सर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा को मैदान में उतारा है। ब्राह्मण बहुल सीट पर बीजेपी ने एक तीर से कई निशाने लगाने की कोशिश की है। कड़क पुलिस अधिकारी रहे आनंद मिश्रा की पहचान एक 'सुपर कॉप' और 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' के रूप में रही है। कोलकाता में उन्होंने पढ़ाई की है। आइए, जानते हैं इनके बारे में…

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा को बक्सर विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। आनंद मिश्रा असम कैडर के एक कड़क और तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी रहे हैं, जिनकी पहचान एक 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' के रूप में रही है। आनंद मिश्रा ने असम में सहायक पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक के तौर पर कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं। नगांव जिले में उनकी तैनाती के दौरान उन्होंने ड्रग माफिया और आपराधिक गिरोहों पर बड़ी कार्रवाई की थी। इसी वजह से उन्हें असम में 'सुपर कॉप' के नाम से भी जाना जाता था।


लोकसभा चुनाव 2024 से पहले आनंद मिश्रा ने आईपीएस पद से इस्तीफा दे दिया था और फिर बक्सर संसदीय सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि वह जीत नहीं सके, लेकिन उन्होंने करीब 50 हजार वोट हासिल कर राजनीतिक हलकों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी। यही कारण है कि भाजपा ने इस बार विधानसभा चुनाव में उन पर भरोसा जताया है।

आनंद मिश्रा को लेकर बक्सर और आसपास के इलाकों में उनके समर्थकों और युवाओं में उत्साह देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण काफी अहम रोल निभाते हैं। इसे देखते हुए आनंद मिश्रा को प्रत्याशी बनाए जाने से बक्सर के आसपास की सीटों पर भी एनडीए को लाभ मिल सकता है। आनंद मिश्रा ईमानदार और पढ़े-लिखे हैं। उनकी छवि से एनडीए गठबंधन को जिले की अन्य सीटों पर भी लाभ मिल सकता है।

आनंद मिश्रा का जन्म 1981 में बिहार के बक्सर जिले में हुआ था। उनके पिता कोलकाता के हिंदुस्तान मोटर्स में इंजीनियर रहे हैं। मूल रूप से वे भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड के पड़सौरा गांव के निवासी हैं। उन्होंने कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और महज 22 वर्ष की उम्र में UPSC सिविल सर्विस परीक्षा पास कर ली। इसके बाद वे असम कैडर के आईपीएस अधिकारी बने।

आनंद मिश्रा ने पुलिस सेवा में अपने साहसी निर्णयों और सख्त कार्रवाई से पहचान बनाई थी। अब भाजपा के उम्मीदवार के रूप में वे राजनीति में नई पारी की शुरुआत कर रहे हैं। बक्सर में उनका मुकाबला दिलचस्प रहने वाला है। महागठबंंधन से कांग्रेस के प्रत्याशी संजय कुमार तिवारी चुनावी मैदान में है। वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज से तथागत हर्षवर्धन को मैदान में उतारा है।

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