पटना: आगामी बिहार चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह तैयार है। पार्टी की लगातार लंबी बैठकें और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की एनडीए नेताओं के साथ व्यक्तिगत बातचीत जारी हैं। इसी क्रम में एक दिन पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और मंगल पांडे ने लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान से उनके आवास पर मुलाकात की। यह बैठक चुनाव से पहले एक सौजन्य बैठक थी जो भावी रणनीति पर केंद्रित थी।
भाजपा जल्द से जल्द अधिकांश सीटों के लिए अपने प्रत्याशी की सूची को अंतिम रूप देने की कोशिश में है। गहमागहमी के बीच कई केंद्रीय मंत्री बिहार का दौरा कर रहे हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल कर जमीनी स्थिति का अवलोकन कर रहे हैं। भाजपा बिहार चुनाव समिति की बैठक आज 8 अक्टूबर को पटना में हुई जिसमें आगामी विधानसभा चुनावों पर चर्चा की गयी।
केंद्रीय मंत्री और राज्य के भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जयसवाल बैठक में शामिल थे। चुनाव समिति सदस्यों ने सीटों के वितरण और प्रत्याशियों पर किया गया और जल्द ही अधिकांश सीटों के लिए प्रत्यक्षदर्शियों की सूची को अंतिम रूप देने प्रतिबद्धता जतायी। बैठक में 110 सीटों पर संभावित प्रत्याशियों की सूची पर मंथन हुआ। अब यह सूची केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजी जाएगी, जहां नामों पर अंतिम मुहर लगेगी है। चुनाव समिति की ये बैठक चार घंटे से अधिक देर तक चली।
प्रत्याशियों के चयन के संबंध में भाजपा ने कुछ मानदंड बनाये हैं और चयन प्रक्रिया के लिए सामाजिक इंजीनियरिंग पर काम कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ केंद्रीय नेता रैलियों की योजना बनायी जा रही है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा आदि शामिल हैं। दीपावली के बाद रैलियों का क्रम शुरू हो जायेगा।
उधर,जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी पार्टी के प्रत्याशियों सूची के सम्बंध में अपनी पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। हालांकि बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद, सत्तारूढ़ राजग और विपक्षी महागठबंधन ने अभी तक अपनी सीटों के बंटवारे का निर्णय नहीं लिया है। दोनों गठबंधनों के सहयोगी दल अलग-अलग बैठकें रह रहे हैं।