पहले ही 2026 विश्व कप के मुख्य चरण में जगह बनाने वाली 22 टीमें सुनिश्चित हो चुकी हैं। लैटिन अमेरिका क्षेत्र की क्वालिफाईंग मैचिंग पहले ही समाप्त हो चुकी है। यूरोप और अफ्रीका क्षेत्र की टीमों के बीच मुकाबला जारी है लेकिन इसी बीच मैदान के बाहर एक घटना चर्चा में है। विश्व कप क्वालिफाईंग मैच खेलने से इंकार करने के कारण इक्वेटोरियल गिनी के कोच की नौकरी चली गई। टीम से कप्तान सहित कई फुटबॉल खिलाड़ी बाहर हो गए। विशेषज्ञों का मानना है कि उन्हें अनियमितताओं के खिलाफ विरोध करने के कारण यह कोप झेलना पड़ा। यह घटना क्या है ?
लम्बे समय से इक्वेटोरियल गिनी के फुटबॉल संघ के खिलाफ कोच और खिलाड़ियों ने आवाज उठाई थी। समय पर वेतन न मिलने, उचित बुनियादी सुविधाओं की कमी और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ कोच और खिलाड़ियों ने विरोध किया। इसी कारण वे मलावि के खिलाफ क्वालीफाई मैच खेलने जाने से मना कर दिए। इसके परिणामस्वरूप पूरी टीम मैच खेलने नहीं जा सकी। इसलिए फिफा की सजा का सामना भी इक्वेटोरियल गिनी को करना पड़ सकता है। इस घटना के कारण फुटबॉल संघ ने बड़े कदम उठाए हैं।
कोच जुआन मिचा ने स्टार कप्तान एमिलियो एनसूये सहित कई नियमित सदस्यों को स्क्वाड से बाहर कर दिया है। सोमवार को लाइबेरिया के खिलाफ क्वालीफाइंग राउंड का आखिरी मैच खेलेंगे। इस मैच के लिए नई स्क्वाड की घोषणा की जाएगी। अंतरिम कोच के रूप में कास्तो नोपो को चुना गया है।
इक्वेटोरियल गिनी फुटबॉल फेडरेशन की ओर से एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया, 'FIFA के इन मैचों के लिए जिन फुटबॉलरों को बुलाया गया था, उन्हें अपने देश के खेल मंत्रालय की ओर से अवसर दिया गया। उनके सामने देश का नाम उज्ज्वल करने का अवसर था। जो टीम के लिए खेलना चाहते थे, उन्हें एक सूची में नाम दर्ज करके जमा करने के लिए कहा गया लेकिन जिन्होंने खेलने से इनकार किया, वे भविष्य में राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं रहेंगे।' इस घटना पर फुटबॉल प्रेमियों के बीच जोरदार चर्चा हो रही है।