हर्षित राणा ने इस दिन एलेक्स कैरी, मिच ओवेन, कूपर कॉनॉली और जॉश हेज़लवुड को आउट किया। यह उनका करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही भारत ODI सीरीज़ हार चुका है। पर्थ और एडिलेड में टीम इंडिया पूरी तरह से चुकल्ल हो गई थी। बैटिंग, बोलिंग से लेकर फील्डिंग तक—भारत के हर विभाग पर सवाल उठे थे। हालांकि सिडनी में आखिरकार भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। इसका परिणाम यह हुआ कि ऑस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाजी करते हुए 46.4 ओवरों में सिर्फ 236 रन पर सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिशेल मार्श ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ओपनिंग करने उतरकर ट्रैविस हेड के साथ मार्श ने शुरुआत अच्छी की। 9.1 ओवर में 61 रन बना चुके थे लेकिन इसके बाद मोहम्मद सिराज ने ट्रैविस हेड को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दिया। हेडने 25 गेंदों में 29 रन बनाए, जिसमें 6 चौके शामिल थे, और प्रसिद्ध कृष्ण के हाथों कैच दिए। 15 ओवर पूरे होने से पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी विकेट खो दी। अक्षर पटेल की गेंद पर वह 50 गेंदों में 41 रन बनाकर बोल्ड हो गए। उनके इनिंग्स में 5 चौके और एक छक्का शामिल था। नंबर तीन पर आए मैथ्यू शॉर्ट भी उस दिन विफल हुए। उनका शानदार कैच विराट कोहली ने पकड़ा। वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर 41 गेंद में 30 रन बनाकर शॉर्ट पवेलियन लौट गए।
हालाँकि, टीम का हाल थोड़ा सुधारने की कोशिश की मेट रैंश ने। उन्होंने हाफ सेंचुरी जड़ी लेकिन उनके 58 गेंदों में 56 रन की पारी में केवल 2 चौके थे। उनके इस रन ने अजिज़ को थोड़ा सांसे दी। इसके अलावा कोई भी खिलाड़ी 30 रन के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया। एलेक्स कैरी ने 24 रन, कूपर कोनोली ने 23 रन बनाए, इसके अलावा नाथन एलिस ने 16 रन बनाए। टीम के बाकी खिलाड़ी एक अंकों में ही अटक गए थे।
इस दिन भारत के सबसे सफल गेंदबाज हर्षित राणा रहे। उन्होंने 8.4 ओवर में 39 रन देकर 4 विकेट लिए। 2 विकेट लिए वाशिंगटन सुंदर। मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्ण, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट लिया।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले गौतम गंभीर के पसंदीदा छात्र हर्षित राणा को टीम में शामिल करने को लेकर कई सवाल उठे थे। पहले 2 मैचों में हर्षित का प्रदर्शन बिल्कुल भी अच्छा नहीं था। इसके बावजूद, तीसरे वनडे में उन्हें फिर मौका देने को लेकर तीव्र विवाद शुरू हो गया। अंततः राणा ने गेंद हाथ में लेकर धमाल मचा दिया, लेकिन भारत की सीरीज हाथ से जाने के बाद। राणा ने उस दिन एलेक्स कैरी, मिश ओवेन, कूपर कोनॉली और जॉश हेज़लवुड को पवेलियन भेजा।
यह उनका करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन था। इस साल फरवरी में हर्षित राणा को वनडे में डेब्यू किया गया था। सिडनी में खेले गए मैच में वह उनका करियर का आठवां वनडे था, जिसमें उन्होंने 4 विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31 रन पर 3 विकेट था। यानी, वनडे करियर में यह पहली बार था जब उन्होंने किसी मैच में 4 विकेट लिए।