पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने क्रिकेट के एक नियम को बदलने के लिए आईसीसी से सिफारिश की। क्वींसलैंड में भारत-ऑस्ट्रेलिया चौथे टी-ट्वेंटी मैच में शुभमन गिल की रिव्यू की घटना पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने नियम बदलने की मांग की।
चौथे मैच में भारत की बैटिंग के 14वें ओवर में यह घटना हुई। मार्कस स्टोइनिस की एक गेंद को फ्लिक करने गए शुभमन गिल। गेंद उनके पैड से लगकर लेग स्टंप की दिशा में चली गई और गिल ने एक रन लिया। ऑस्ट्रेलिया टीम ने एलबीडब्ल्यू की अपील की, अंपायर ने उसे आउट दिया।
इसके जवाब में शुभमन गिल ने डीआरएस लिया। जांच में पता चला कि गेंद गिल के बैट से लगी थी इसलिए गिल नॉटआउट हुए। अंपायर ने कानून के अनुसार उस गेंद को डॉट बॉल दिया। इसलिए भारत के खाते में रन नहीं जुड़ा।
अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में इरफान पठान ने कहा कि इस तरह के मामले में रन देना चाहिए। गेंद पैड से लगकर लेग स्टंप की दिशा में निकल जाए तो बैटर अगर रन ले और नॉटआउट रहे तो वह रन नहीं दिया जाता। बैटर एक रन ले तो भी उसका वह रन रद्द हो जाता है और उसे फिर से बैट करना पड़ता है। इस नियम में बदलाव लाना चाहिए। आईसीसी विश्वकप फाइनल जहां हर रन महत्वपूर्ण है वहां यह एक रन अंतर पैदा कर सकता है। इस कानून में बदलाव नहीं लाने से समस्या होगी।
हालांकि इस मामले में वह एक रन समस्या नहीं बना, गिल ने 39 गेंदों में 46 रन की पारी खेली। भारत 48 रन से आसानी से जीत गया। अंतिम मैच गाबा में 8 नवंबर यानी कल को खेला जाएगा।