एशिया कप के खत्म होने के बाद अब भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की नजर महिलाओं के ODI विश्व कप पर है। हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना, पहले विश्व कप की जीत के लिए संघर्ष कर रही हैं। महिला क्रिकेट के प्रचार और प्रसार के लिए BCCI और ICC प्रयास कर रहे हैं। इस बार उस दिशा में और एक कदम बढ़ा आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन। कुछ दिन पहले आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश के साथ एक चर्चा में मिताली राज और रवि कल्पना के नाम पर विज़ाग स्टेडियम के दो स्टैंड का नाम रखने के लिए सुझाव स्मृति मंधाना ने दिया था। वह प्रस्ताव आखिरकार मान्य हो गया। भारत के महिला क्रिकेट में अपार योगदान के लिए इस दो क्रिकेटरों को आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा
विशेष सम्मान दिया गया।
मुख्य रूप से उन महिला क्रिकेटरों को सम्मानित करने के लिए यह पहल है जिन्होंने सभी बाधाओं को पार करके भारतीय क्रिकेट के विकास में बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने आने वाली पीढ़ी को भी प्रेरित किया है। इससे पहले CAB ने ईडन गार्डन्स में झूलन गोस्वामी के नाम पर स्टैंड का नामकरण किया था, और इस बार वही रास्ता आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनाया है।
इस बारे में आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने मुख खोला। स्मृति मंधाना की सलाह ने भी बड़ा योगदान दिया। लोकेश कहते हैं, ‘स्मृति मंधाना के साथ उस चर्चा में जनता भावनाओं से प्रभावित हो गई। इसलिए इस विचार को लागू करने में हमने किसी भी तरह की देरी नहीं की। लिंगभेद मिटाना और महिलाओं के क्रिकेट में मार्गदर्शक के रूप में जिन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्हें मान्यता देना ही हमारा लक्ष्य है।
भारतीय टीम के लिए 232 वनडे मैच खेलकर मिताली राज ने 7805 रन बनाए। उन्होंने 12 टेस्ट और 89 टी-ट्वेंटी मैच खेले। उन्होंने 2022 में संन्यास लिया। उन्होंने पहली महिला क्रिकेटर के रूप में अंतरराष्ट्रीय मैदान पर 20 साल बिताने का रिकॉर्ड बनाया। महिला क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में भी वह शीर्ष पर थीं।
दूसरी ओर रवी कल्पना का अंतरराष्ट्रीय करियर छोटा था, लेकिन अरुंधती रेड्डी, श्री चारणी जैसे युवा क्रिकेटरों के लिए वह प्रेरणा रही।