रांची: रांची की कड़कड़ाती ठंड में रात लगभग साढ़े दस बजे जब विराट कोहली को मैन 'ऑफ द मैच' घोषित किया गया तब भी स्टेडियम में हजारों दर्शक मौजूद थे। चारों तरफ सिर्फ एक ही आवाज “विराट! विराट!” लेकिन कोहली पूरे समय बेहद शांत बने रहे। जिस तरह उन्होंने अपनी पारी को संभालकर आगे बढ़ाया उसी तरह उन्होंने सवालों की बौछार को भी सहजता से संभाला।
विराट ने कहा कि मैं हमेशा खेल का आनंद लेना चाहता हूं। मैं बहुत ज़्यादा तैयारी में विश्वास नहीं करता। मेरे लिए सब कुछ मानसिकता का खेल है। मैं तब तक कड़ी मेहनत करता हूं जब तक फिटनेस के सर्वोच्च स्तर तक न पहुंच जाऊं।
उन्होंने बताया कि शुरुआती 20–25 ओवरों में पिच काफी अच्छी थी पर बाद में धीमी होने लगी। कोहली बोले कि अगर शुरुआत अच्छी हो जाए तो अनुभव काफी मदद करता है। बड़ी पारी खेलने का मौका मिलता है। रांची का माहौल मेरे लिए फायदेमंद था। मैं पहले से तैयार था और खुद को और तेज़ व मज़बूत बनाया ताकि खुलकर खेल सकूं।
विराट ने आगे कहा कि मैं तीन सौ वन-डे खेल चुका हूं। अगर खेल से जुड़े रहें और नेट में एक दो घंटे ध्यान से बैटिंग करें तो दिक्कत नहीं होती। अगर ऑफ-फॉर्म हो तो नेट पर और समय देना पड़ता है। मानसिक तैयारी और खेल का आनंद सबसे ज़रूरी है।
इस दौरान एक फैन का प्यार भी सुर्ख़ियों में रहा। कोहली के शतक पूरा करते ही एक समर्थक फेंस से कूदकर मैदान में आ गया और उनके पैरों को छू लिया। बाद में खबर आई कि पुलिस ने उसे बाहर ले जाकर मार पीट भी की। बताया गया कि वह युवक पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का है। इससे पहले पिछले साल आईपीएल में भी बर्धमान के एक छात्र ने इसी तरह ईडन गार्डन्स में कोहली के पैर छुए थे - एक बार फिर बंगाल का कनेक्शन!
स्टेडियम में रोहित और विराट को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी। कई दर्शक देर रात घर लौटते वक्त वाहनों के लिए भी तरस गए लेकिन उनके चेहरों की खुशी बता रही थी कि उनके “किंग कोहली” ने सारी मेहनत सफल कर दी!