लगता है वनडे क्रिकेट मानो लगभग 8-9 साल पीछे लौट गया है। खेल के अंदाज़ में नहीं, बल्कि मैदान पर जो दृश्य दिखाई दे रहे हैं, उससे ऐसा लग रहा है। इसकी वजह हैं विराट कोहली जो 8–9 साल पहले जैसे लगातार शतक बनाते थे, अब मानो फिर उसी लय में लौट आए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज की शुरुआत शतक से करने वाले कोहली ने लगातार दूसरे मैच में भी शतक जड़ा।
हालांकि पिछले 8-9 साल में जो बदलाव आया है, वह इस बार साफ दिख गया-कोहली की फिटनेस में। इसका असर उनकी पारी पर पड़ा और इसका नुकसान भी उन्हें ही उठाना पड़ा।
रायपुर में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए वनडे सीरीज के दूसरे मैच में भी कोहली ने शतक लगाया। इससे पहले रांची में खेले गए पहले वनडे में उन्होंने शानदार शतक लगाया था, जो उनके करियर का 52वां शतक था। कोहली ने इस आंकड़े को अपडेट करने में ज्यादा समय नहीं लगाया और अगले ही मैच में 53वां शतक कर लिया। लेकिन इस दिन वह शतक को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए और इसकी वजह बना उनका जश्न, जिसने उनके लिए परेशानी खड़ी कर दी।
जश्न के दौरान चोट
घटना 38वें ओवर की है, जब विराट एक रन लेकर अपना शतक पूरा करते हैं। अपने 100वें रन के बाद वे हवा में उछलते हैं, जैसा वे हर शतक के बाद करते हैं और साथ ही हवा में घूंसा मारते हैं। कोहली का यह अंदाज़ उनके फैंस को पसंद आया, लेकिन यही उनके लिए मुश्किल का कारण बन गया। दरअसल, जब कोहली ने हवा में जश्न का घूंसा मारा तब उनकी कलाई में शायद खिंचाव आ गया। एकदम से उन्हें दर्द से हाथ झटकते हुए देखा गया।
ज्यादा देर टिक नहीं पाए कोहली
इसका असर उनकी बल्लेबाजी पर भी पड़ा। इसके बाद वह ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके। 40वें ओवर में विराट एक ऊंचा शॉट खेलकर आउट हो गए। साफ तौर पर इसमें उनकी कलाई के दर्द की भूमिका थी, क्योंकि इससे पहले वह कठिन गेंदों पर बेहतरीन चौके-छक्के लगा चुके थे। लेकिन कलाई में चोट लगने के बाद वे वैसे शॉट नहीं खेल पाए। कोहली ने अंत में 93 गेंदों में 102 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 2 छक्के शामिल थे।