रोहित शर्मा, शुभमन गिल या केएल राहुल, भारत का टॉस भाग्य कोई भी नहीं बदल सका। प्रोटियाज के खिलाफ ODI सीरीज के पहले मैच में भारत जीता था, लेकिन टॉस हारना पड़ा था। दूसरे मैच में भी तस्वीर नहीं बदली। एक बार फिर टॉस में हारे केएल राहुल। इस तरह लगातार 20 ODI मैचों में टॉस जीतने में असफल रहे भारतीय कप्तान। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने। उन्होंने अपनी टीम में तीन बदलाव किए हैं। दूसरी ओर भारतीय टीम ने अपरिवर्तित टीम उतारी। हालांकि टॉस हारकर भारतीय टीम ने एक दुर्लभ रिकॉर्ड बनाया।
लगातार 20 ODI मैचों में टॉस हारने की संभावना व्यावहारिक रूप से असंभव है लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम ने इसे साकार कर दिया है। आंकड़े बताते हैं कि लगातार 20 मैचों में किसी टीम के टॉस हारने की संभावना 0.00095 प्रतिशत है। यानी 10 लाख 48 हजार 576 बार में केवल एक बार ऐसी घटना हो सकती है जो व्यावहारिक रूप से असंभव ही कहा जा सकता है लेकिन भाग्य ऐसा है कि वह दुर्लभ घटना भी भारत की ODI टीम के मामले में सच हो गई।
आखिरी बार ODI फॉर्मेट में भारत ने 2023 में टॉस जीता था। विश्वकप के सेमीफाइनल में वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित शर्मा ने टॉस जीता था। वही अंतिम था। इसके बाद 20वां एकदिवसीय मैच खेलने उतर रहा है भारत। 12 मैचों में रोहित ने टॉस हारा है। तीन में शुभमन। बाकी पांच में केएल राहुल।
हालांकि इस पर मजाक किया है कमेंटेटर रवि शास्त्री और भारतीय कप्तान केएल राहुल ने। रवि शास्त्री ने राहुल से पूछा, 'भारत बार-बार टॉस क्यों हार रहा है ? क्या सिक्के में कोई समस्या है ?' इसके जवाब में हंसते हुए राहुल ने कहा, 'कई दिनों से टॉस नहीं जीत पा रहे हैं हम। घर में कई बार सिक्के के साथ प्रैक्टिस भी की है लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हो रहा। इसलिए मैच जीतने से भी अब टॉस के समय ज्यादा दबाव में रहना पड़ता है मुझे।'
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया है दक्षिण अफ्रीका ने। उन्होंने अपनी टीम में तीन बदलाव किए हैं। पिछले मैच में तेम्बा बावुमा आराम में थे। इस मैच में कप्तान के रूप में टीम में लौटे हैं वे। इसके साथ ही टीम में लौटे हैं अनुभवी दो गेंदबाज केशव महाराज और लुंगी एनगिडी। पहले मैच की टीम में कोई बदलाव नहीं किया है भारत ने। यानी फिर बेंच पर बैठना पड़ा ऋषभ पंत, नीतीश कुमार रेड्डी को।