टेस्ट और ODI में शुभमन गिल कप्तान हैं, जबकि T20 में उन्हें उप-कप्तान बनाया गया।
BCCI हमेशा तीन फॉर्मैट में एक कप्तान की नीति पर चली है लेकिन वर्तमान में इस नीति में थोड़ी बदलाव आई है। तीन फॉर्मैट में दो कप्तानों को जिम्मेदारी दी गई है। टेस्ट और ODI की जिम्मेदारी शुभमन गिल को और टी-20 की जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव को दी गई है। अब एक से अधिक कप्तान रखने की वजह से क्या टीम इंडिया समस्याओं का सामना कर रही है ? कम से कम रिपोर्ट यही दावा कर रही है और यह समस्या एशिया कप के बाद से उत्पन्न हुई है।
क्या घटना है ?
रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद शुभमन गिल को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया। वहीं, रोहित शर्मा को ODI टीम का कप्तान पद से हटाने के बाद BCCI ने कप्तान के रूप में उसी शुभमन गिल पर भरोसा किया। केवल इतना ही नहीं, इससे पहले एशिया कप में शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाया गया था। वे सूर्यकुमार यादव के डिप्टी के रूप में काम करते हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई, जिसमें कहा गया है कि एशिया कप में गिल को उप-कप्तान बनाने के खिलाफ सूर्यकुमार यादव थे।
सूर्यकुमार ने शुभमन गिल को टी-20 टीम में शामिल नहीं करना चाहा। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने एशिया कप के लिए टीम घोषित करते समय बताया कि शुभमन गिल भी कप्तानी करेंगे। दावा किया गया है कि अजीत अगरकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस से सूर्यकुमार को पता चला कि शुभमन भी कप्तान बनाए गए हैं। क्रिकब्लॉगर की रिपोर्ट के अनुसार, शुभमन गिल को टी-20 टीम में देखकर सूर्यकुमार यादव परेशान हो गए। अजीत अगरकर और गौतम गंभीर चाहते थे कि गिल तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए खेलें, जिससे उन्हें तीनों फॉर्मेट का कप्तान आसानी से बनाया जा सके। दूसरी ओर, सूर्य ने गिल को टीम में नहीं चाहते थे, क्योंकि गिल की खेल शैली सूर्य की टी-20 शैली से मेल नहीं खाती।
एशिया कप में गिल का प्रदर्शन
एशिया कप में शुभमन गिल का प्रदर्शन खास नहीं था। उन्होंने एशिया कप में अभिषेक शर्मा के साथ पारी की शुरुआत की। गिल ने वहां सात मैच खेलकर केवल 127 रन बनाए।