मोहम्मद सिराज ने साल 2017 में आईपीएल डेब्यू किया था। अपनी शानदार गेंदबाजी की दम पर उन्हें इसी साल भारत के लिए खेलने का मौका मिल गया। मोहम्मद सिराज ने उस किस्से को साझा किया जब उसे कहा गया था-'जाके अपने बाप के साथ ऑटो चला', हालांकि सिराज के पिता कभी ऑटो चलाया करते थे लेकिन बेटे की कड़ी मेहनत ने परिवार की गरीबी दूर हुई। जब सिराज को ताने मारे जाते थे तब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सिराज को संभाला था।
विदेशी मैदान पर बुमराह के बिना भारत की पेस अटैक का नेतृत्व सिराज ने किया। सबसे ज्यादा विकेट भी उन्हीं ने लिए। इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारतीय टीम प्रबंधन ने उन्हीं पर भरोसा जताया है लेकिन सिराज के इस प्रचार की रौशनी में आने का सफर आसान नहीं था। अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद बार-बार उन्हें नजरअंदाज किया गया। वर्कलोड मैनेजमेंट का मौका भी नहीं मिला। खराब फार्म में होने पर उन्हें भयानक ट्रोल का सामना करना पड़ा। फिर भी महेंद्र सिंह धोनी की सलाह पर उन्होंने खराब समय को पार कर कमबैक किया।
हाल ही में इस बारे में सिराज ने खुलकर बात की। एक इंटरव्यू में उन्होंने वह अनजानी कहानी साझा की। उन्होंने कहा, ‘IPL के समय मुझे बहुत ही भयानक स्थिति का सामना करना पड़ा। उस समय मेरी फार्म अच्छी नहीं थी। इसलिए मुझे बहुत बुरी तरह ट्रोल किया गया। जब मैं प्रदर्शन में असफल होता, तो वे कहते, जाओ अपने पिता के साथ ऑटो चलाओ।
एक समय पर इस दबाव के चलते सिराज टूट भी गए थे। तभी धोनी की एक टिप ने पूरी तरह से बदलाव लाया। भारतीय टीम में शामिल होने के बाद उन्हें तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने संदेश दिया। उन्होंने सिराज को सलाह दी कि बाहर वाले क्या कह रहे हैं, उसकी चिंता किए बिना प्रदर्शन पर ध्यान दें।