इडेन में भारत के सामने दक्षिण अफ्रीका का 'ट्रिपल थ्रेट' की चुनौती, सतर्क न हुए तो बड़ा खतरा

By तानिया राय, Posted by: लखन भारती

Nov 12, 2025 17:57 IST

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच इडेन में आखिरी टेस्ट 15 साल पहले हुआ था। उस बार भारत ने वह मैच आसानी से जीत लिया था।

कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स स्टेडियम में छह साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद फिर से टेस्ट क्रिकेट लौट रहा है। शुक्रवार, 14 नवंबर से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज़ की शुरुआत इसी मैदान पर होगी। आखिरी बार यहाँ 2019 में भारत और बांग्लादेश ने एक पिंक बॉल टेस्ट खेला था और भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच ईडन में आखिरी टेस्ट 15 साल पहले हुआ था। तब भारत ने आसानी से वह मैच जीत लिया था लेकिन इस बार स्थिति इतनी आसान नहीं है। वजह है कि दक्षिण अफ्रीका का 'ट्रिपल थ्रेट'।

क्या है यह 'ट्रिपल थ्रेट' ?

इडेन गार्डन्स की पिच बल्लेबाजों और बोलरों—दोनों के लिए मददगार होगी, क्यूरेटर सुजन मुखोपाध्याय का ऐसा ही मानना है। उनके अनुसार मैच के दौरान पिच पर अच्छा बाउंस रहेगा और तीसरे दिन से स्पिनरों के लिए टर्न मिलेगा। अर्थात, पहले दो दिन बल्लेबाज़ों के लिए अनुकूल होने के बावजूद अंत में यह पिच स्पिनरों के लिए मददगार हो जाएगी जैसा आमतौर पर भारत में देखा जाता है और यहीं छिपा है प्रोटियाओं की 'ट्रिपल थ्रेट' की कहानी।

इस पिच की भूमिका दक्षिण अफ्रीका की मदद भी समान रूप से कर सकती है, अगर वे बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन करें। अगर प्रोटियाज ऐसा कर पाते हैं तो उनके तीन स्पिनर भारत के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं, और यही है वह 'ट्रिपल थ्रेट'। इन तीन स्पिनरों में अनुभवी किशन महाराज भी शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में वह दक्षिण अफ्रीका के नियमित सदस्य रहे हैं, और पिछले दो वर्षों में टेस्ट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। पाकिस्तान दौरे के दूसरे टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 2 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई थी।

साल 2024 में 7 टेस्ट में औसत 19 पर 35 विकेट और 2025 में अब तक 4 टेस्ट में औसत 24 पर 19 विकेट उन्होंने लिए हैं। हालांकि भारत में उन्होंने केवल 2 टेस्ट खेलकर 6 विकेट लिए थे लेकिन वह छह साल पहले की बात है। इस बार वह और भी डरावने फॉर्म में हैं।

और दो भयानक स्पिनर: हार्मर और मुथुस्वामी

महाराज के अलावा, साइमन हार्मर और सेनूरान मुथुस्वामी भी भारत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। बाएं हाथ के स्पिनर मुथुस्वामी ने 2019 में भारत के खिलाफ टेस्ट में पदार्पण किया था, लेकिन अब तक केवल 7 टेस्ट ही खेले हैं। इनमें से 4 मैच उन्होंने पिछले एक वर्ष में खेले और उनमें 20 विकेट लिए। हाल ही में पाकिस्तान दौरे में लाहौर टेस्ट में पहले इनिंग्स में 6 और दूसरी इनिंग्स में 5 विकेट उन्होंने लिए।

वहीं, ऑफस्पिनर साइमन हार्मर ने केवल 12 टेस्ट खेले हैं, लेकिन उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट में विशाल अनुभव है। 36 वर्षीय इस गेंदबाज़ ने 234 फर्स्ट क्लास मैचों में 1000 विकेट लिए हैं। 12 टेस्ट में उनके खाते में 52 विकेट हैं। 2025 में उन्होंने 2 टेस्ट खेले, दोनों पाकिस्तान दौरे पर। रावलपिंडी टेस्ट की दूसरी इनिंग्स में 6 विकेट समेत कुल 13 विकेट उन्होंने लिए। कुल मिलाकर, दक्षिण अफ्रीका के ये तीनों स्पिनर अब शानदार फॉर्म में हैं और वे भारतीय टीम के लिए बड़ी चिंता का कारण बन सकते हैं।

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