कैनबरा का मैच रद्द होने से ऑस्ट्रेलिया के लिए परेशानी पैदा हो गई। अगर वह मैच पूरा होता, तो ऑस्ट्रेलिया को सीरीज हारते हुए शुरुआत करनी पड़ती। उस मैच में भारत जिस फॉर्म में था उम्मीद थी कि सिडनी में भी वही फॉर्म बनाए रखेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इस दिन अभिषेक शर्मा को छोड़कर कोई भी बड़ा प्रदर्शन नहीं कर पाया। इसके परिणामस्वरूप ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टी-ट्वेंटी को आराम से जीतकर सीरीज की शुरुआत की। उन्होंने मेलबर्न में भारत को चार विकेट से हरा दिया। सिर्फ 13.2 ओवर में ही जीत के लिए आवश्यक रन बना डाले।
बाकी मैचों की तरह इस मैच में भी सूर्यकुमार यादव टॉस हार गए। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत ने 18.4 ओवर में 125 रन बनाए। अभिषेक शर्मा ने 68 रन बनाए। अंत में हर्षित राणा की 35 रनों की कैमियो पारी नहीं खेली होती तो भारत 125 रन तक नहीं पहुँच पाता। ऑस्ट्रेलिया के लिए जश हेज़लवुड ने तीन विकेट झटके। दो-दो विकेट लिए जेवियर बार्टलट और नाथन एलिस ने। एक विकेट लिए मार्कोस स्टोइनिस ने।
रनों का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की विनाशकारी बल्लेबाजों के लिए यह कम लक्ष्य पीछा करना कोई मुश्किल बात नहीं थी। मिचेल मार्श और ट्रैविस हेड ने शुरुआत की। 51 रनों की ओपनिंग जोड़ी ने ही मैच की गति तय कर दी। हेड 15 गेंदों में 28 रन बनाकर आउट हुए। मिचेल मार्श ने 26 गेंदों में 46 रन बनाए। इसके बाद टीम डेविड एक रन बनाकर आउट हुए लेकिन यह ऑस्ट्रेलिया के लिए कोई बड़ी समस्या नहीं बनी। जश इंग्लिश 20 रन बनाकर आउट हुए।
इसके बाद 13वें ओवर में बुमराह की तूफानी गेंदबाजी शुरू होती है। 12.4 और 12.5 ओवर में उन्होंने क्रमशः मिशेल वॉर्न और मैथ्यू शॉर्ट को आउट किया लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। तब तक ऑस्ट्रेलिया की जीत के लिए केवल दो रन की जरूरत थी। उन्होंने अगले ओवर के दो गेंदों में यह कर दिखाया। 13.2 ओवर में छह विकेट गंवा कर ऑस्ट्रेलिया जीत जाता है। मैच के सबसे अच्छे खिलाड़ी रहे जॉश हैज़लवुड। दो-दो विकेट झटकते हैं जसप्रीत बुमरा, वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव। मिशेल मार्श 26 गेंदों में 46 रन बनाते हैं। इसके बाद टीम डेविड मात्र एक रन बना कर आउट होते हैं लेकिन यह ऑस्ट्रेलिया के लिए ज्यादा समस्या नहीं बनाई। जॉश इंग्लिश 20 रन बनाकर आउट हो जाते हैं।