ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टी-ट्वेंटी मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था। दूसरे मैच में भारतीय क्रिकेटरों के मन में ऑसी पेसर जोश हेज़लवुड ने वास्तव में डर बिठा दिया था। भारतीय टीम को उनके दबदबे से ही बैटिंग की बर्बादी का सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया एक समय 49 रन के अंदर पांच विकेट गंवाकर हांफ रही थी। चार ओवर में 13 रन देकर तीन विकेट लेकर भारत की बैटिंग लाइन-अप में तबाही मचा दी थी लेकिन अब कोई डर नहीं। टी-ट्वेंटी सीरीज के अंतिम तीन मैचों में हेजलवुड नहीं खेलेंगे। यह खबर जानने के बाद भारतीय शिविर में राहत है।
आगामी एशेज की बात को ध्यान में रखते हुए ही ऑस्ट्रेलिया की टीम मैनेजमेंट ने टी-ट्वेंटी सीरीज के अंतिम तीन मैचों में हेज़लवुड को आराम देने का फैसला लिया है। घर के मैदान पर उस महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज से पहले वे इस स्टार पेसर के वर्कलोड मैनेजमेंट को महत्व दे रहे हैं।
इसके साथ ही सीमित ओवरों के मैच खेलने के बाद ही लाल गेंद के क्रिकेट में जाने-पहचाने लय में पेसर को वापसी के लिए समय चाहिए। इसलिए अंतिम तीन मैचों में हेज़लवुड नहीं हैं ऑस्ट्रेलिया के स्क्वाड में। इस खबर से राहत की सांस ली है भारतीय टीम ने।
दूसरे टी-ट्वेंटी मैच में मेलबर्न में गेंद हाथ में लेकर इस पेसर ने आग बरसाई थी। उनकी ही गेंद पर शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा आउट हुए थे। सिर्फ अभिषेक शर्मा ने ही अकेले इसका सामना किया था लेकिन बाकी मैचों में हेज़लवुड नहीं खेलेंगे यह सुनकर उन्हें भी राहत मिली है।
भारत के इस युवा बैटर ने इस बारे में कहा कि हमारे लिए निश्चित रूप से यह राहत की खबर है। मैंने कभी ऐसी गेंदबाजी का सामना नहीं किया था लेकिन इस चुनौती का मैंने आनंद लिया। बैटर के रूप में विश्वस्तरीय गेंदबाजों के खिलाफ खेलना ही मेरा काम है। मैच में वही कोशिश की थी।