ईडन टेस्ट में भारत के बल्लेबाजी संकट के बाद पिच को जिम्मेदार ठहराया गया था। बल्लेबाजों ने ऐसा महसूस किया कि वे गेंदबाजों के स्वर्ग में आत्मसमर्पण कर रहे हैं लेकिन गुवाहाटी टेस्ट की पिच के बारे में कोई शिकायत नहीं है। पहले पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 489 रन बनाए लेकिन उसी पिच पर तीसरे दिन सिर्फ 27 रन में छह विकेट खोने के कारण भारतीय टीम मुश्किल में है। कहा जा सकता है कि जल्दबाजी में विकेट गवां बैठे स्टार बल्लेबाज। विशेषज्ञों का मानना है कि काउंटर अटैक करते हुए वे बुनियादी गलतियाँ कर रहे हैं। आलोचना का सामना स्वयं ऋषभ पंत कर रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक की भूमिका कैसी रही।
भारत की यह बैटिंग तबाही कैसे हुई ?
तीसरे दिन बैटिंग के लिए उतरने पर यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने शुरुआत खराब नहीं की। यशस्वी खेल को जारी रखे हुए थे और राहुल एक सिरे को संभाले हुए थे। लेकिन 65 रनों की उस जोड़ी को केशव महाराज ने तोड़ दिया। राहुल 22 रन बनाकर आउट हो गए। दबाव के बावजूद यशस्वी ने शानदार हाफ
सेंचुरी बनाई। एक समय भारत का स्कोर 95-1 था लेकिन जब जायसवाल (97 गेंदों में 58) आउट हुए, तभी मैच का रुख बदल गया। 95-1 से स्कोरलाइन 122-7 हो गई। यानी 27 रनों के अंदर भारत ने छह विकेट गंवा दिए।
जिम्मेदारी का ध्यान न रखते हुए शॉट खेलने की वजह से भारतीय बल्लेबाजों का आउट होना कोई स्वीकार नहीं कर पा रहा है। साइमन हार्मर की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में साई सुदर्शन (15) आउट हो गए। नंबर चार पर आकर भी ध्रुव जुरेल जिम्मेदारी नहीं संभाल पाए। मार्को जेंसन की गेंद पर पुल शॉट खेलने की कोशिश में वह महाराज के हाथ में कैच दे बैठे। 11 गेंदों में बिना खाता खोले आउट हो गए।
लेकिन सबसे ज्यादा आलोचना झेलनी पड़ी ऋषभ पंत (७) को। पांचवें नंबर पर उतरकर उन्होंने दूसरे ही गेंद पर छक्का मारा। लेकिन दबाव हल्का करने की कोशिश में उन्होंने टीम को और मुश्किल में डाल दिया। मार्को जानसेन की गेंद पर स्टिप आउट होकर छक्का मारने गए। लेकिन बल्ले के किनारे पर लगने से कैच विकेटकीपर काइल वेरेन के हाथों में चला गया। लगातार विकेट गंवाने और टीम संघर्ष कर रही थी, ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि पंत ने यह शॉट क्यों खेला। उन्हें तीव्र आलोचना का सामना करना पड़ा।
ज़बरदस्त कैच लेकर नीतिश कुमार को रेड्डी (10) पर आउट करते हैं ऐडेन मार्क्राम। बाउंस संभाल न पाने के कारण जडेजा (6) आउट हो जाते हैं। जैंसन का गेंद छोड़ने की कोशिश करने पर कंधे और बैट के अंतिम छोर से टकराकर कैच स्लिप में खड़े मार्क्राम के हाथों में चला जाता है। टी-ब्रेक में भारत का स्कोर 7 विकेट पर 174 है। लड़ाई जारी रख रहे हैं वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव। हालांकि, स्टार खिलाड़ियों के विकेट गिरने से फॉलो-ऑन का खतरा भारत पर मंडरा रहा है।