अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को रेत माफिया, कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार, बिजली और किसानों के मुद्दे पर कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि राज्य में कानून-व्यवस्था इतनी बिगड़ चुकी है कि विधायक का आवास भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने राज्य की चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर कहा कि जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी तब कन्हैयालाल के परिवार को आर्थिक मदद के तौर पर मोटी रकम दी गयी थी। रही बात अपराधियों की सजा की तो अब तक एनआईए उन्हें सजा नहीं दिला पायी।
गहलोत ने पत्रकारों से कहा कि विधायक के आवास पर लगातार तीन बार चोरी हो चुकी है और कोई सुनने वाला नहीं है। अवैध बजरी माफियाओं की ऊपर से नीचे तक सांठगांठ है। माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि पुलिस तक पर हमले हो रहे हैं। हाल ही में कपासन में जिस युवक पर हमला हुआ था, उसके पीछे भी भीलवाड़ा के बजरी माफिया बताए जा रहे हैं। भाजपा की डबल इंजन सरकार पर तंज कसते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि मौजूदा सरकार को अभी डेढ़ वर्ष ही हुआ है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जमकर काम करना चाहिए।
विपक्ष जो कहता है, उसमें विश्वास होता है और सरकार को चाहिए कि वह उन बातों पर ध्यान दे।बजरी भाजपा की डबल इंजन सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इनके पास जनता से मिलने का समय नहीं है। एक साथ कई योजनाओं का उद्घाटन कर देते हैं, लेकिन हकीकत में विकास कार्य ठप पड़े हैं। ठेकेदारों और विभागों को भुगतान तक नहीं किया जा रहा है, जिससे काम रुक गए हैं। गहलोत ने बिजली नीति पर भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी सरकार में 100 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाती थी, लेकिन भाजपा ने नए रजिस्ट्रेशन करना बंद कर दिए। यह जनता के साथ भेदभाव है और नए कनेक्शन तक नहीं दिए जा रहे।