जामनगरः बाल बिखरे हुए थे और आधे माथे पर फैले गये थे। छात्रा को इस हालत देख शिक्षिका आगबबूला हो गई थीं। तेल न लगाकर इस तरह के अव्यवस्थित बालों के साथ स्कूल आने पर उन्होंने छात्रा को कड़ी सजा दी। इसके खिलाफ छात्रा के अभिभावक ने उच्च अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद वह शिक्षिका मुश्किल में फंस गयी है।
मंगलवार सुबह गुजरात के जामनगर के स्वामीनारायण गुरुकुल स्कूल में यह घटना हुई। बालों में तेल न लगाने के कारण सजा के रूप में स्कूल की खेल शिक्षिका ने ब्लेड से उस छात्रा के बाल काट दिए। ब्लेड के इस्तेमाल की वजह से उस छात्रा के बाल बेतरतीब हो गए।
जानकारी मिली है कि जब वह छात्रा घर पहुंची तो उसकी हालत देखकर अभिभावकों ने पूरी बात जानना चाही। सब कुछ जानने के बाद स्वामीनारायण गुरुकुल स्कूल की खेल शिक्षिका के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही शिक्षा विभाग ने शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की।
छात्रा के अभिभावकों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी स्कूल परिसर में अनुशासन सिखाने के नाम पर छात्राओं के साथ इसी तरह का अशिष्ट व्यवहार किया गया है। छात्रा की मां अंजलीबेन गांधा कहती हैं, 'स्कूल में अक्सर छोटी-छोटी बातों पर बच्चों को सजा दी जाती है। यहां तक कि अगर कोई बच्चा एक किताब भूल जाता है, तो भी उन्हें 100 बार उठक-बैठक करवाई जाती है। बच्चे स्कूल के नाम से ही डर जाते हैं।'
स्वामीनारायण गुरुकुल के शिक्षा निदेशक शशीबेन दास ने अभियुक्त शिक्षिका के बर्खास्त होने की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने घटना की जिम्मेदारी से बचते हुए कहा, 'जब यह घटना हुई, तब मैं स्कूल में नहीं था। प्राचार्य ने आकर मुझे यह बात बताई थी। हम अपने स्कूल के छात्रों को लंबे बाल रखने की अनुमति नहीं देते हैं और अगर वे बाल नहीं काटते हैं तो हम उनके माता-पिता को भी चेतावनी देते हैं। लेकिन, यह घटना ऐसी नहीं थी। शारीरिक शिक्षा की शिक्षिका ने बच्ची के बाल काट दिए थे। इसलिए हमने उन्हें बर्खास्त कर दिया है।'
उल्लेखनीय है कि नवनगर सरकारी उच्च विद्यालय से भी इसी तरह की शिकायत दर्ज कराई गई थी। उस स्कूल में भी एक शिक्षक के खिलाफ छात्र के बाल काटने का आरोप लगा था। शिक्षा विभाग ने दोनों मामलों में कारण बताओ नोटिस जारी किया है और जांच शुरू कर दी है।