एई समय, जालंधर: बाढ़ प्रभावित पंजाब के लिए 1600 करोड़ रुपये की सहायता की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है घोषणा से पंजाब 'अपमानित' हुआ है। यहआरोप पंजाब के राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंदियान ने लगाया है। उन्होंने कहा कि पंजाब की स्थिति का आकलन करने के बाद प्रधानमंत्री ने जो सहायता देने की घोषणा की है, वह 'बहुत कम'और अपर्याप्त है और यह 'पंजाब का अपमान' है।
गौरतलब है कि चालू वर्ष में बाढ़ से पंजाब के 23 जिले प्रभावित हुए हैं। पिछले चार दशकों में ऐसी बाढ़ वहां नहीं आयीथी। पंजाब प्रशासन के मुताबिक इस बाढ़ में राज्य के 40 लोगों की मृत्यु हुई है। इसके साथ ही सड़कें, कृषि भूमि और फसलें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा मोदी ने किया। बाढ़ से हुए नुकसान पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी उन्होंने की। बैठक में टूटी सड़कों, क्षतिग्रस्त कृषि भूमि और नष्ट हुए घरों के कारण पंजाब को कई हजार करोड़ रुपये का नुकसान की जानकारी मुंदियान ने दी।
इधर, पंजाब में आने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देने के साथ ही राहत पैकेज से निराश हैं पंजाब के राजस्व मंत्री ने कहा कि बाढ़ से हमारा कितना नुकसान हुआ है, यह प्रधानमंत्री को हमारे मुख्य सचिव ने विस्तार से बताया है। उसके बाद भी उन्होंने मात्र 1600 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है। जबकि हमें कम से कम 60 हजार करोड़ रुपये की जरूरत है। इतनी कम राशि की सहायता की घोषणा करके प्रधानमंत्री ने पंजाब का अपमान किया है।
जानकारी मिली है कि गुरदासपुर में हुई उस बैठक में पंजाब के मुख्य सचिव केएपी सिंह ने बताया कि बाढ़ से लगभग 1.91 हेक्टेयर जमीन की फसल नष्ट हुई है। प्रधानमंत्री के आने से पहले ही उस राज्य में सहायता के लिए केंद्र से राहत के लिए कम से कम 20 हजार करोड़ रुपये की मांग आम आदमी पार्टी की सरकार ने की थी। मालूम हो कि बाढ़ में मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी प्रधानमंत्री ने की है।