पत्नी को वापस पाने के लिए वे हाथ में तख्ती लेकर मोकारेम के घर के सामने धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा है कि जब तक पत्नी वापस नहीं आ जाती, तब तक वे धरना जारी रखेंगे।
दक्षिण 24 परगना, 14 सितंबर : शादी की मांग को लेकर प्रेमी के घर के सामने प्रेमिका धरने पर बैठी है, ऐसी खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं। लेकिन कोई अपनी पत्नी के प्रेमी के घर पर धरना दे रहा हो, ऐसा आमतौर पर नहीं देखा जाता। लेकिन वास्तव में कुछ ऐसा ही हुआ है। हालांकि इस मामले में मांग थोड़ी अलग है। पत्नी को वापस पाने के लिए उसके प्रेमी के घर के सामने हाथ में तख्ती लेकर एक व्यक्ति धरना दे रहा है।
तख्ती पर लिखा है, 'मेरी पत्नी को तृणमूल कार्यकर्ता भगा ले गया है, मैं अपनी पत्नी को वापस चाहता हूं।' यह घटना भांगड़ के भुमरु गांव की बतायी जाती है। इस घटना से पूरे इलाके में हलचल मच गई है। वहीं राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, भुमरु गांव के निवासी सलाउद्दीन मोल्ला लंबे समय से पत्नी और तीन बच्चों के साथ रह रहे हैं। सलाउद्दीन के पड़ोस में ही मोकारेम मोल्ला रहते हैं। दोनों ही खेती करते हैं। हालांकि उनकी राजनीतिक विचारधारा अलग है। सलाउद्दीन इलाके में सक्रिय आईएसएफ कार्यकर्ता हैं। और मोकारेम तृणमूल के समर्थक हैं।
सलाउद्दीन का आरोप है कि मोकारेम मोल्ला उनकी पत्नी को बहला-फुसलाकर ले गया है। इसके परिणामस्वरूप सलाउद्दीन तीन बच्चों के साथ मुसीबत में पड़ गए हैं। पत्नी को वापस पाने के लिए वे हाथ में तख्ती लेकर मोकारेम के घर के सामने धरने पर बैठे हैं।
उन्होंने कहा है कि जब तक पत्नी वापस नहीं आ जाती, तब तक वे धरना जारी रखेंगे। सलाउद्दीन कहते हैं, 'बहुत दिनों से मोकारेम की मेरी पत्नी पर बुरी नजर थी। इससे पहले भी कई बार पत्नी को लेकर विभिन्न जगहों पर चला जाता था। पत्नी को बहुत समझा-बुझाकर घर पर ध्यान देने के लिए मनाया था। लेकिन अचानक ही फिर से घर से निकल गई है। मोकारेम मेरी पत्नी को लेकर भाग गया है।'
भोमरु गांव के निवासी मोकारेम विवाहित हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने पहले भी ऐसा किया है। सलाउद्दीन का कहना है, 'पहले भी पुलिस को बताया था। उससे कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए इस बार पुलिस को नहीं बताऊंगा। मोकारेम के पास बहुत पैसा है, इसलिए मेरी पत्नी ने उसका हाथ थाम लिया है।'
इस मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आईएसएफ नेता और दक्षिण 24 परगना जिला परिषद के सदस्य रायनूर हक ने आरोप लगाते हुए कहा, तृणमूल के नेता सिर्फ इलाके में वसूली और भ्रष्टाचार करके ही चुप नहीं बैठ रहे हैं, वे दूसरों की पत्नियों पर भी अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं। यह बहुत ही निंदनीय है।'
स्थानीय तृणमूल नेता और पंचायत समिति के कार्याध्यक्ष अब्दुल वदूद ने कहा, 'यह एक पारिवारिक मामला है। इसमें राजनीति को नहीं मिलाना चाहिए। दो वयस्क लोग किसके साथ रहेंगे, कहां जाएंगे, यह उनका निजी मामला है। अगर किसी को कोई शिकायत है तो उसे कानून का सहारा लेना चाहिए।' मगर यह मामला पारिवारिक होने के बावजूद इसमें राजनीतिक रंग लग गया है।