श्रीनगरः दिल्ली में हुए धमाकों की जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। बिना ओनरशिप ट्रांसफर के चल रही गाड़ियों के खिलाफ पूरे केंद्र शासित प्रदेश में एक विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस ऑपरेशन के तहत अब तक सौ से ज्यादा वाहनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है।
दरअसल, दिल्ली धमाकों के दौरान यह खुलासा हुआ था कि लाल किले के सामने ब्लास्ट के लिए जिस कार का इस्तेमाल किया गया था, वह जम्मू-कश्मीर के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड थी। आरोप है कि कार को आगे बेच दिया गया था, लेकिन उसकी ओनरशिप ट्रांसफर नहीं कराई गई थी। इसी गंभीर चूक को ध्यान में रखते हुए कश्मीर पुलिस ने ऐसी गाड़ियों पर सख्ती बढ़ा दी है।
कई जिलों में एक साथ चला अभियान
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह स्पेशल ऑपरेशन अवंतीपोरा, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग समेत कई इलाकों में एक साथ चलाया जा रहा है। जगह-जगह नाका चेकिंग कर वाहनों के दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है, खासकर उन गाड़ियों की जो दूसरे राज्यों में रजिस्टर्ड हैं।
सुरक्षा और सड़क व्यवस्था दोनों पर जोर
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वाहन खरीदने या बेचने के बाद उसकी ओनरशिप ट्रांसफर कराना कानूनन जरूरी है। ऐसा न करने से न सिर्फ नियमों का उल्लंघन होता है, बल्कि सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी जोखिम बढ़ जाता है। इसी वजह से इस अभियान के जरिए रजिस्ट्रेशन रिकॉर्ड को दुरुस्त करने और सड़क सुरक्षा को मजबूत करने पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
शोपियां और बडगाम में बड़ी कार्रवाई
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, शोपियां जिले में अब तक 144 गाड़ियों के खिलाफ ओनरशिप ट्रांसफर न कराने पर कार्रवाई की जा चुकी है, जबकि बडगाम इलाके में 11 वाहनों को जब्त किया गया है। जिन गाड़ियों के पास सही दस्तावेज नहीं मिले, उनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की गई है।
पुलिस ने साफ किया है कि यह ड्राइव आगे भी लगातार जारी रहेगी, ताकि किसी भी तरह की गैर-कानूनी गतिविधि पर लगाम लगाई जा सके। इस तरीके से जम्मू-कश्मीर की सड़कों पर चल रही हर गाड़ी का रिकॉर्ड पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगा।