देहरादून (उत्तराखंड): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देहरादून स्थित फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफआरआई) में आयोजित राज्य स्थापना की रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए पिछले 25 वर्षों में उत्तराखंड की सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने विशेष रूप से पर्यटन क्षेत्र के विकास पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड अब विवाह और फिल्म शूटिंग के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य के रूप में तेजी से उभर रहा है।
फिल्म डेस्टिनेशनः उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अब एक फिल्म डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है, और राज्य की नई फिल्म नीति ने शूटिंग को और आसान बना दिया है।
वेडिंग डेस्टिनेशनः उत्तराखंड अब एक वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी लोकप्रिय हो रहा है। मेरा अभियान ‘Wed in India’ है। इसके लिए उत्तराखंड को भी उसी भव्य स्तर की सुविधाएं दी जानी चाहिए। इसके लिए 5-7 बड़े स्थलों की पहचान और विकास किया जा सकता है।” ‘Wed In India’ अभियान के तहत प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि उत्तराखंड को बड़े पैमाने पर विवाह समारोहों के लिए आवश्यक सुविधाओं का विकास करना चाहिए और इस उद्देश्य के लिए 5 से 7 प्रमुख स्थलों की पहचान कर उनका विकास किया जा सकता है।
आध्यात्मिक राजधानी बनने की क्षमताः प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि उत्तराखंड ने आयुर्वेद, योग और हर्बल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और राज्य में विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनने की क्षमता मौजूद है। यदि उत्तराखंड ठान ले तो वह स्वयं को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित कर सकता है। राज्य अपने योग और वेलनेस केंद्रों को वैश्विक वेलनेस टूरिज्म नेटवर्क से जोड़ सकता है। प्रधानमंत्री ने ज़ोर दिया कि राज्य के मंदिर, आश्रम, ध्यान और योग केंद्रों को वैश्विक नेटवर्क से जोड़ा जा सकता है।
वेलनेस टूरिज्मः उन्होंने यह भी कहा कि भारत और विदेशों से लोग वेलनेस टूरिज्म के लिए उत्तराखंड आते हैं और राज्य की औषधीय जड़ी-बूटियों व आयुर्वेदिक दवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। पिछले 25 वर्षों में राज्य ने सुगंधित पौधों, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों, योग और वेलनेस टूरिज्म के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। मोदी ने प्रस्ताव रखा कि उत्तराखंड की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में योग केंद्र, आयुर्वेद केंद्र और नेचुरोपैथी संस्थान का एक पूर्ण पैकेज तैयार किया जाए, जिससे विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।