बेंगलुरु : कर्नाटक की पूर्व विधायक और पेशे से डॉक्टर अंजलि निम्बालकर ने गोवा–नई दिल्ली की एक उड़ान के दौरान बीच हवा में तबीयत बिगड़ने पर एक अमेरिकी महिला यात्री की जान बचाई। यह घटना उस समय हुई जब एआईसीसी की सचिव और गोवा, दमन एवं दीव तथा दादरा और नगर हवेली की सह-प्रभारी अंजलि निम्बालकर रविवार को रामलीला मैदान में कांग्रेस द्वारा आयोजित “वोट चोरी” रैली में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रही थीं।
सूत्रों के अनुसार महिला यात्री ने बेचैनी और कंपकंपी की शिकायत की और वह बेहोश हो गई। उसकी नाड़ी भी नहीं मिल रही थी। ऐसे में अंजलि निम्बालकर ने तुरंत कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया और यात्री को होश में लाया। बताया गया है कि निम्बालकर पूरी उड़ान के दौरान मरीज के पास ही रहीं, उसकी चिकित्सकीय ज़रूरतों पर लगातार ध्यान दिया और उसे ढाढ़स बंधाती रहीं। दिल्ली में विमान के उतरते ही अस्वस्थ विदेशी यात्री को एंबुलेंस के ज़रिये अस्पताल ले जाया गया। इस मानवीय कार्य की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, “गोवा–नई दिल्ली की उड़ान के दौरान पूर्व खानापुर विधायक डॉ. अंजलि निम्बालकर द्वारा दिखाई गई सूझबूझ और करुणा के बारे में जानकर बेहद भावुक और गर्व महसूस हो रहा है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह बात और भी प्रेरणादायक है कि भले ही वह अब सक्रिय रूप से चिकित्सा पेशे में नहीं हैं और राजनीति में सक्रिय हैं, फिर भी उनके भीतर की डॉक्टर बिना एक पल सोचे सामने आ गई। यह निःस्वार्थ कार्य न सिर्फ पेशेवर दक्षता को दर्शाता है, बल्कि मानवता, सेवा और दूसरों के प्रति जिम्मेदारी की गहरी भावना को भी प्रतिबिंबित करता है। सत्ता में हों या न हों डॉ. अंजलि निम्बालकर जैसे नेता सच्ची जनसेवा के उज्ज्वल उदाहरण हैं, जो बिना किसी अपेक्षा के हमेशा मदद के लिए तैयार रहते हैं। ऐसे लोग समाज के लिए एक ऊँचा मानदंड स्थापित करते हैं और नेतृत्व का सही अर्थ याद दिलाते हैं। मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए अंजलि निम्बालकर ने कहा कि उन्होंने एक डॉक्टर के रूप में अपना कर्तव्य निभाया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर जवाब देते हुए लिखा, “जब भी आवश्यकता हो इस रूप में सेवा करना एक डॉक्टर के रूप में मेरा काम और कर्तव्य है।”