शिमलाः फिर प्रकृति के प्रकोप से हिमाचल प्रदेश प्रभावित हुआ। हिमाचल के बिलासपुर में भीषण भूस्खलन में एक निजी बस दब गई। जानकारी मिली है कि बस मलबे के नीचे दब गई है। कम से कम 18 यात्रियों की मौत होने की खबर है। मलबे में कई लोग फंसे हुए हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, NDRF और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी है।
इस त्रासदी की खबर पाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। PMO के एक्स हैंडल पर उन्होंने लिखा, 'हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में दुर्घटना में इतने लोगों की मौत से मैं दुखी हूं। इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।' साथ ही प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
स्थानीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि बिलासपुर जिले के बालूरघाट क्षेत्र के पास बल्लू ब्रिज के निकट यह भीषण दुर्घटना हुई। अचानक पक्की सड़क पर भूस्खलन हुआ। पल भर में मरोटन-कलौल मार्ग पर चल रही वह निजी बस दब गई। साथ ही बड़ी मात्रा में मिट्टी और पत्थरों का मलबा बस पर आ गिरा। पल भर में ही बस मिट्टी और पत्थरों की परतों के नीचे दब गई।
सूत्रों का दावा है कि बस में 30 से अधिक यात्री सवार थे। हालांकि प्रशासन की ओर से अभी तक कोई निश्चित संख्या नहीं बताई गई है। बचाव दल के एक अधिकारी ने बताया कि एक बच्ची सहित चार यात्रियों को जीवित बचाया गया है। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों की पहचान अभी तक प्रशासन ने सुनिश्चित नहीं की है।
घटनास्थल से सामने आए वीडियो में दिखाई दिया है कि बचाव दल अर्थ मूवर का इस्तेमाल करके तेजी से पत्थर और मिट्टी की परतें हटा रहे हैं। कर्मचारी मिट्टी की परत में दबी बस का एक हिस्सा बाहर आते ही वहां से अंदर फंसे यात्रियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।